इलाहाबाद: 2019 में लगने वाले कुंभ मेले के लिए योगी आदित्यनाथ ने 684 करोड़ रुपये की 151 परियोजनाओं का शिलान्यास किया. इन परियोजनाओं का मुख्य उद्देश्य गंगा नदी का प्रवाह अविरल बनाए रखना और गंगा को प्रदूषण मुक्त करना है. योगी ने शनिवार को इलाहाबाद से गंगा हरीतिमा अभियान की शुरुआत की.
गंगा नदी के पास परेड ग्राउंड पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा, "गंगा नदी, गंगोत्री से लेकर गंगा सागर तक 2500 किलोमीटर की दूरी तय करती हैं. पांच राज्यों से होकर गुजरने वाली गंगा नदी अकेले उत्तर प्रदेश में 1140 किलोमीटर क्षेत्र से गुजरती हुई अपना आशीर्वाद देती हैं. गंगा तट पर ही प्रयाग में कुंभ का एक वृहद आयोजन होता है. प्रयाग के कुंभ को यूनेस्को ने दुनिया की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर की मान्यता दी है."
योगी ने कहा, "इस कुंभ नगरी से हरीतिमा अभियान की शुरुआत हुई है और यदि समाज का प्रत्येक व्यक्ति इससे जुड़ता है तो आने वाले समय में गंगा और यमुना नदी को लेकर जो प्रश्न खड़े होते हैं वे प्रश्न खड़े नहीं होंगे. हम सभी को यह मानकर चलना है कि वन है तो जल है, जल है तो जीवन है और हम सब का अस्तित्व है."
हरितिमा अभियान के तहत गंगा के किनारे स्थित 27 जिलों में गंगा नदी के किनारे एक किलोमीटर के दायरे में सघन वृक्षारोपण किया जाएगा. निजी भूमि विशेषकर शहरों और गांवों में स्थित आवासीय भूमि पर निजी रूप से वृक्षारोपण को बढ़ावा देने के लिए एक व्यक्ति, एक वृक्ष योजना प्रस्तावित है जिसमें सहभागी व्यक्ति को गंगा सेवक के रूप में मान्यता दी जाएगी.
कुंभ मेले में देश दुनिया से आने वाले लोगों को शानदार आतिथ्य प्रदान करने की साधु संतों से अपील करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "यहां जितने अखाड़े हैं, आश्रम हैं, मठ मंदिर हैं, उनसे मेरा आह्वान है कि देश दुनिया से आने वाले लोगों को ठहराने की व्यवस्था चाहे पेइंग गेस्ट के तौर पर ही क्यूं न हो, कर सकें तो यह एक उत्कृष्ट उदाहरण होगा. यह सेवा और सत्कार का एक नया उदाहरण हो सकता है."
मुख्यमंत्री ने गंगा को स्वच्छ बनाने और वृक्षारोपण को लेकर जागरूकता पैदा करने वाले 49 लोगों को सम्मानित भी किया और ईको टूरिज्म के ब्रांड अंबेसडर माईक पांडे द्वारा गंगा पर तैयार लघु फिल्म का लोकार्पण किय. साथ ही मुख्यमंत्री ने “गंगा के किनारे प्राचीन वनस्पतियां” और “राम वन गमन पथ की वनस्पतियां” नामक पुस्तकों का विमोचन भी किया.
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के वन और पर्यावरण मंत्री दारा सिंह चौहान, नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना, नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता, नगर की महापौर अभिलाषा गुप्ता, सांसद श्यामा चरण गुप्त आदि मौजूद रहे.
इससे पूर्व छह सितंबर, 2017 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इलाहाबाद में कुंभ के लिए 510 करोड़ रुपये की 34 योजनाओं का शिलान्यास किया था. वहीं, इस वर्ष सात फरवरी को केंद्रीय सड़क परिवहन और जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने इलाहाबाद में 5,632 करोड़ रुपये की पांच परियोजनाओं का शिलान्यास किया था.
बता दें कि प्रदेश सरकार ने इस साल के बजट में इलाहाबाद में 2019 में लगने वाले कुंभ मेले के लिए 1500 करोड़ रुपये का अलग से प्रावधान किया है.