गोरखपुरः गोरक्षपीठ के महंत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नवरात्रि के पहले दिन गोरखनाथ मंदिर पहुंचे. यहां पर उन्होंने कलश स्थापना की. इसके साथ ही नौ दिन का नवरात्रि का व्रत प्रारम्भ हो गया. गोरक्षपीठ की परम्परा का पालन करते हुए मुख्यमंत्री बनने के पहले वे शारदीय नवरात्रि में पूरे नौ दिन प्रथम तल ही रहते रहे हैं. भूतल पर बने जनता दरबार और कार्यालय में वे नहीं आते रहे हैं. लेकिन, मुख्यमंत्री पद के दायित्वों के निर्वहन के लिए पिछले साल उन्होंने इस परम्परा को तोड़ दिया. प्रदेश के मुखिया होने के नाते जनता की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए उन्हें लखनऊ जाना पड़ा.
इस बार भी वे नवरात्रि के पहले दिन गोरक्षपीठ पहुंचे. यहां पर उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच कलश स्थापना की. इस दौरान वे नौ दिन तक नवरात्रि का व्रत रहेंगे. मंदिर पहुंचने के बाद उन्होंने सबसे पहले बाबा गोरखनाथ की पूजा-अर्चना की. उसके बाद मंदिर प्रांगण में बने मां दुर्गा के मंदिर में कालभैरव की पूजा हुई. वहां पर रखे गए त्रिशूल आदि शस्त्रों को गोरक्षपीठाधीश्वर ने साधु-संत और विद्यापीठ के छात्रों को दिया. इसके बाद शोभायात्रा मठ के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ के नेतृत्व में भीम सरोवर पहुंची. यहां पर सरोवर की परिक्रमा के बाद अस्त्र-शस्त्रों को स्नान कराया गया. इसके बाद अस्त्र-शस्त्रों को पुनः दुर्गा मंदिर में स्थापित किया गया.
नवरात्रि के पहले दिन प्रतिपदा को मां शैलपुत्री की पूजा हुई. पूजा में गोरक्षपीठाधीश्वर ने सभी देव-विग्रहों का षोड्शोपचार पूजन के साथ श्रीदुर्गा सप्तशती का पाठ पुरोहित पं. रामानुज त्रिपाठी और 11 पंडितों के द्वारा सम्पन्न हुआ. उसके बाद भव्य आरती हुई. आरती के बाद प्रसाद वितरण के दौरान गोरक्षपीठाधीश्वर ने सभी को आशीर्वाद दिया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 16 अक्टूबर को मंदिर वापस आ जाएंगे. वे यहां पर छह दिनों तक धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेंगे. 16 को वे महानिशा पूजन और हवन करेंगे. 17 अक्टूबर को भी पूजन होगा.
18 अक्टूबर को महानवमी मनाई जाएगी और परंपरा के अनुसार मुख्यमंत्री योगी कन्या पूजन करेंगे. 19 अक्टूबर को श्रीनाथ के पूजन के बाद मुख्य मंदिर में साधु-संत और अन्य लोग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का तिलक करेंगे. विजयादशमी की शाम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विजय जुलूस का नेतृत्व करेंगे. ये विजय जुलूस हर बार की भांति मानसरोवर रामलीला मैदान में भगवान राम की आरती करने के बाद गोरखनाथ मंदिर में आकर सम्पन्न होगा. सायं 7 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहभोज कार्यक्रम में भाग लेंगे. 20 अक्टूबर को वे लखनऊ लौट जाएंगे.
गोरक्षपीठ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की कलश स्थापना, नौ दिन का व्रत शरू
एबीपी न्यूज़
Updated at:
11 Oct 2018 02:17 PM (IST)
गोरक्षपीठ के महंत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नवरात्रि के पहले दिन गोरखनाथ मंदिर पहुंचे. यहां पर उन्होंने कलश स्थापना की. इसके साथ ही नौ दिन का नवरात्रि का व्रत प्रारम्भ हो गया.
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