लखनऊ: योगी आदित्यनाथ सरकार को एक साल पूरा हो गया है. इस एक साल में कई बार सरकार के काम की तारीफें भी हुईं तो कई बार काम पर सवाल भी उठे. विपक्ष के नेता जो सबसे बड़ा इल्जाम योगी सरकार पर लगाते हैं वह है 'भगवाकरण'. इस एक साल में यूपी की कई चीजें भगवा हो गईं. इस खबर में हम उन चीजों के बारे में ही बात करेंगे जिनके रंग को इस एक साल में बदल दिया गया.
- लखनऊ की एनेक्सी बिल्डिंग अब भगवा हो चुकी है. एक साल पहले इसका रंग सफेद था. पांच मंज़िली इस इमारत में चीफ़ सेक्रेटरी से लेकर गृह विभाग के प्रमुख सचिव तक का ऑफ़िस है. सबसे ऊपर यानी पांचवें फ़्लोर पर मुख्यमंत्री और उनके सचिवों का दफ़्तर है. सीएम के ओएसडी भी यहीं बैठते हैं.
- यूपी रोडवेज की कुछ बसों का रंग भी एक साल में भगवा हो गया है. इन 50 भगवा बसों को खुद सीएम ने हरी झंडी दिखाई थी. इस मौके पर सीएम ने कहा था कि संकल्प सेवा वाली ये बसें बड़ी आबादी को राहत पहुंचाएंगी. हालांकि विवाद बढ़ा तो बाकी बसों का रंग पूर्ववर्ती ही रहा.
- यूपी पीडब्ल्यूडी यानि लोक निर्माण विभाग ने एक नया प्लान बनाया जिसके मुताबिक सड़क किनारे लगने वाले साइन बोर्ड, नोटिस बोर्ड भगवा रंग के होंगे. इसका डिजाइन भी तैयार कर लिया गया. हालांकि अभी तक ऐसे बोर्ड कहीं देखने को नहीं मिले हैं.
- ये भगवा रंग एक बार फिर उस वक्त विवादों में आया जब इसे यूपी हज हाउस पर चढ़ा दिया गया. इससे पहले हज हाउस पर सफेद और हरा रंग था. इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल भी हुईं. विवाद बढ़ा तो दीवारों को पहले के रंग में ही रंग दिया गया.
- बहुत सी जगहों पर अधिकारियों ने सीएम और भाजपा के नेताओं को खुश करने के लिए भगवा रंग को बढ़ावा दिया. कई जिलों में तो अधिकारियों ने अपने ऑफिस के पर्दे और कुर्सियों के कवर तक भगवा कर लिए. कई जगह तो अस्पताल की चादरें तक भगवा कर दी गईं.
- यूपी सरकार हर साल सूचना डायरी प्रकाशित कराती है. जिसकी कीमत 120 रूपये होती है. सभी मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और अफसरों को ये डायरी मुफ्त दी जाती है. इस डायरी को भी भगवा रंग में रंगा जा चुका है.
- योगी आदित्यनाथ भगवा रंग के कपड़े पहनते हैं, अपनी कुर्सी पर भी भगवा रंग पसंद करते हैं. इस कुर्सी पर तौलिया भी भगवा रंग का होता है. सीएम योगी के कार्यक्रमों में भी मंच से लेकर सोफ़े तक का रंग भगवा ही रहता है. जिस गाड़ी में वे बैठते हैं उसकी सीटों पर भी भगवा तौलिए का इस्तेमाल किया जाता है.
- यूपी के कई जिलों में सरकारी दफ्तरों, पार्कों की दीवारों, डिवाइडरों, आदि का रंग भगवा कर दिया गया. इसके लिए किसी ने आदेश नहीं दिया लेकिन फिर भी ऐसा हुआ. हालांकि विपक्ष ने इस पूरे भगवाकरण के लिए सीधे तौर पर सीएम को जिम्मेदार ठहराया. मीडिया में ऐसी खबरों की चर्चा भी रही.
Election Results 2024
(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
साल भर यूपी पर चढ़ता रहा और विपक्ष की आखों में चुभता रहा भगवा रंग
ABP News Bureau
Updated at:
19 Mar 2018 09:14 AM (IST)
योगी आदित्यनाथ सरकार को एक साल पूरा हो गया है. इस एक साल में कई बार सरकार के काम की तारीफें भी हुईं तो कई बार काम पर सवाल भी उठे. विपक्ष के नेता जो सबसे बड़ा इल्जाम योगी सरकार पर लगाते हैं वह है 'भगवाकरण'.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -