गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विजयदशमी के पर्व पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि रामलीलाओं की भव्यता के साथ-साथ समाज के इस भव्य मंदिर को भी उसी रूप में बनाने की तैयारी हम सबको करनी चाहिए, जिस प्रकार से भव्य मंदिर के रूप में रामलीलाओं का आयोजन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की लीलाओं के रूप में हम करते हैं.


योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसी को भी जाति, छुआछूत और अस्पृश्यता के आधार पर आप विभाजित करते हैं, बांटते हैं, तो वास्तव में रावण जैसी दुर्गति के लिए तैयार रहना पड़ेगा. कभी भी यह पाप न करें. हम सब ये बात मान कर चलें कि हर देश हर परिस्थिति हर कालखंड में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का आदर्श हम सबके लिए शाश्वत है.


महर्षि वाल्मीकि ने तो उन्हें धर्म का आदर्श माना है. धर्म के जो शाश्वत गुण हैं, वह मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम में है. इसीलिए जब भी मानवता विपत्ति में रहती है हम सब के मुंह से बरबस एक नाम फूट पड़ता है, 'हे राम'. यानी राम के बगैर हम लोग अपना कोई ठिकाना नहीं तलाश सकते हैं.


राम के बगैर कोई कल्याण का मार्ग कभी भी प्रशस्त नहीं हो सकता है. आप सब से मैं आग्रह करूंगा कि भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की लीलाओं के साथ-साथ हम उनके आदर्श को अपने जीवन में उतारें. समाज में इसका प्रचार-प्रसार करें. रामलीलाओं की भव्यता के साथ-साथ समाज के इस भव्य मंदिर को भी उसी रूप में बनाने की तैयारी हम सबको करनी चाहिए, जिस प्रकार से भव्य मंदिर के रूप में रामलीलाओं का आयोजन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की लीलाओं के रूप में हम करते हैं.


हमें विश्वास है कि विजयदशमी का ये पर्व हम सबको मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के उस विराट आदर्श चरित्र से प्रेरित करेगा. हमारे जीवन में नई खुशी, नया प्रकाश लाने में हम सबकी ऊपर कृपा बरसाएगा. इस विश्वास के साथ विजयादशमी के अवसर पर मैं आप सब को हृदय से बधाई देता हूं आपने शुभकामनाएं देता हूं.


ये विश्वास व्यक्त करता हूं कि प्रतिवर्ष विजयदशमी का यह पर्व हम सबके जीवन में नई खुशी, उमंग और नया उल्लास लेकर आएगा. हम अपने समाज और राष्ट्र के निर्माण में भागीदार बन करके समाज को एक नई दिशा देने का कार्य कर पाएंगे.