गोरखपुरः यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ गुरुवार को गोरखनाथ मंदिर के ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ स्‍मृति सभागार में गुरु श्रीगोरक्षनाथ स्‍कूल एवं कालेज आफ नर्सिंग के दीप प्रज्‍ज्‍वलन और शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे. कार्यक्रम की अध्‍यक्षता करते हुए उन्‍होंने नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में सड़क पर बैठे लोगों पर जमकर निशाना साधा. उन्‍होंने कहा कि हमें ऐसे लोगों को जागरूक करना होगा, जो चौराहे पर खड़े किसी भ्रमित करने वाले युवक की बातों पर विश्‍वास कर उनके पीछे हो लेते हैं. कुछ लोग जो सड़क पर बैठकर पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं. ऐसे लोगों की मंशा को कभी पूरा नहीं होने दिया जाएगा. देश के प्रबुद्ध और जागरूक लोगों को इसके लिए आगे आना होगा.


योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि सरकारी योजनाओं के बारे में बहुत से लोगों को जानकारी का अभाव है. प्रबुद्ध लोगों का फर्ज है कि वे उन्‍हें इस बारे में बताएं. हम भी ऐसे लोगों के पीछे भागने लगते हैं. जो चौराहे पर खड़े होकर कुछ भी बोलने लगते हैं. नागरिकता कानून इसका उदाहरण है. नागरिकता कानून को लेकर सड़क पर ऐसे लोग दिल्ली में आ गए हैं, जो इसके बारे में जानते ही नहीं हैं. एक रिपोर्टर ने पूछा कि नागरिकता कानून क्या है. तो वे बता नहीं पाए. सिर्फ कहा कि इसके विरोध में आये हैं. कुछ मोहल्ले के लोग आए थे, तो वे भी चले आये.


योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम जागरूक लोगों का फर्ज है कि लोगों को नागरिकता कानून को लेकर दिग्भ्रमित होने से बचायें. आजादी के समय महात्मा गांधी ने कहा था कि पाकिस्तान में जो लोग रह गए हैं. उनके लिए भारत मे उनके लिए द्वार खुले हैं. वे हिन्दू, मुस्लिम, सिख, बौद्ध और जैनी सबको यहां भारत में बराबर का हक है. कुछ लोग जो सड़क पर बैठकर पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं. ऐसे लोगों की मंशा को कभी पूरा नहीं होने दिया जाएगा. देश के प्रबुद्ध और जागरूक लोगों को इसके लिए आगे आना होगा.


नर्सिंग क्षेत्र को लेकर कही ये बात
नर्सिंग चिकित्सा सेवा की रीढ़ है. मानवता की सेवा के लिए खुद को समर्पित करना इस पेशे का मुख्य उद्देश्य है. यही इस सेवा शपथ समारोह का सार है. शत-प्रतिशत प्लेसमेंट की गारंटी लेने वाला कोई क्षेत्र है तो वो नर्सिंग का है. देश और दुनिया में सरकारी और गैर सरकारी संस्थान में नर्सिंग प्रशिक्षुओं की मांग है. नर्सिंग पेशे में मानवता की सेवा के लिए खुद को समर्पित कर सकें, इसके लिए आज का दिन आपके लिए महत्वपूर्ण है. सामुदायिक, प्राथमिक और स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में बड़े कार्य सरकार ने किए हैं. कई मेडिकल कालेज खोले जा रहे हैं. आजादी के समय से केवल 12 मेडिकल कॉलेज खुले थे. 2016 के बाद वर्तमान में 15 मेडिकल कॉलेज 3 साल में खुलवाए. 28 मेडिकल कालेज खोल रहे हैं. एम्स में ओपीडी भी शुरू हो गई है.


नए मेडिकल कालेज और एम्स जब पूरी तरह से शुरू हो जाएंगे, तो सरकार को ही नर्सिंग स्टाफ की बड़े पैमाने पर जरूरत होगी. 18 जिले ऐसे हैं जहां मेडिकल कॉलेज नहीं हैं. हम वहां भी मेडिकल कॉलेज ला रहे हैं. बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए. इसके लिए आयुष्मान भारत योजना के तहत 6 करोड़ लोगों को सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सुविधा योजना है. 5 लाख रुपये तक की स्वास्थ्य सुविधा कोई गरीब भी पा सकेगा. वो इससे दवा भी ले सकता है. हम शासन की योजनाओं को समझें और उसे जन-जन तक पहुंचाएं. बहुत से लोगों को जानकारी नहीं है.


गरीब और जरूरतमंद लोग 108 और 102 की सेवा ले सकते हैं. हम प्रबुद्धजनों की जिम्मेदारी है कि हम ऐसे लोगों को इसके बारे में बताएं. हर बड़े जनपद में 4 और जिले में 3 लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस उपलब्ध है. इसकी जानकारी गरीब और ऐसे लोगों को उपलब्ध कराना है जिसे जानकारी नहीं है. यही उसकी बड़ी सेवा होगी. कार्यक्रम में मुख्‍य अतिथि के रूप में पूर्व आईएएस और राज्‍यसभा के महासचिव देश दीपक वर्मा और विशिष्‍ट अतिथि के रूप में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के अध्‍यक्ष प्रो. यूपी सिंह ने भी छात्राओं को संबोधित किया.