लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिलाकर प्रधानमंत्री ने उन्हें न्याय दिलाने का काम किया है. योगी ने कहा कि पिछड़ा वर्ग तय करे कि वह सुहेलदेव को याद करने वालों के साथ रहेंगे या गजनवी का साथ देने वाले के साथ.


राजधानी लखनऊ में राजभर समाज के सम्मलेन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आज की पीढ़ी के लिए महाराजा सुहेलदेव अनुकरणीय हैं. योगी ने कहा कि राज्य सरकार ने पिछड़े वर्ग के 35 लाख छात्रों को एकमुश्त छात्रवृत्ति दी है और छूटे छात्रों के लिए भी व्यवस्था की गई है. छात्रों को दो अक्टूबर को पहली और 26 जनवरी को दूसरी किस्त मिल जाएगी.


लोक निर्माण विभाग के विश्वेश्वरैया सभागार में उन्होंने राष्ट्रवाद के पथ पर बढ़ते रहने के लिए राजभर समाज को शुभकामना भी दी.


विपक्ष पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "जिसके पास काम नहीं है, वे अफवाह फैला रहे हैं. हमने बच्चों को जूता-मोजा, किताबें और स्कूल ड्रेस दिया. हमने गरीबों के घर बिजली, पानी, गैस और शौचालय पहुंचाया. पिछली सरकारों ने गरीबों को बुनियादी सुविधाओं से वंचित किया. हमने वे सुविधाएं घर-घर पहुंचाई."


इससे पहले कार्यक्रम में मौजूद उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि बीजेपी ने सभी को सम्मान देने का काम किया है. मौर्य ने अपना उदाहरण देते हुए बताया, "मैं एक गरीब किसान का बेटा हूं और बीजेपी ने मुझे उपमुख्यमंत्री बनाकर समाज का गौरव बढ़ाने का काम किया है."


उन्होंने बसपा सुप्रीमो मायावती पर हमला बोलते हुए कहा, "पिछड़ा वर्ग आयोग बन जाने पर अब मायावती को पिछड़ों की याद आ रही है. विपक्षी घबराए हुए हैं. आज तक गांव के लोगों को आवास, बिजली कनेक्शन, शौचालय और गैस कनेक्शन नहीं मिल पाए थे, लेकिन बीजेपी सरकार के आने के बाद यह काम आसान हो गया और सभी को ये सुविधाएं आसानी से मिल गईं."


गौरतलब है कि मिशन 2019 की तैयारियों में जुटी बीजेपी ने मंगलवार से पिछड़ा वर्ग समाज की अलग-अलग जातियों के साथ सामाजिक सम्मेलन की शुरुआत की है. इसी तरह गुरुवार को नाई, सविता, ठाकुर और सेन जातियों के प्रतिनिधियों का इसी स्थान पर सम्मेलन होगा. पिछड़े वर्ग को प्रभावी संदेश देने के लिए केशव प्रसाद मौर्य को इन सम्मेलनों का प्रभारी बनाया गया है.