लखनऊ: यूपी सरकार ने देवरिया कांड की जांच सीबीआई को देने का फैसला किया है. एसआईटी का भी गठन किया जाएगा और बरामद लड़कियों को वाराणसी शिफ्ट किया जाएगा. मंगलवार रात साढ़े नौ बजे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुला कर ये बातें कहीं.


उन्होंने कहा," देवरिया का ये संस्थान 2009 से चल रहा था, 2017 में हमारी संस्था ने इसे बंद करने के आदेश दिए थे लेकिन जिला प्रशासन ने इस पर कार्रवाई नहीं की. डीएम पर कल ही कार्रवाई की गई थी. अब चार्जशीट किया जा रहा है."


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मुख्यमंत्री ने कहा,"एक साल से संस्थान के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा जा रहा था. 30 जुलाई को इस संस्था के खिलाफ एफआईआर हुई थी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. हमने जानकारी मिलते ही इस पर कार्रवाई की."


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सीएम योगी ने पिछली सरकारों पर दोष मढ़ते हुए कहा कि इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपने का फैसला किया गया है. साथी ही एक एसआईटी का भी गठन किया जाएगा और जिन लड़कियों को देवरिया से छुड़ाया गया है उन्हें वाराणसी शिफ्ट किया जाएगा.


इस मामले में महिला शेल्टर होम की संचालिका गिरिजादेवी की बेटी कनकलता, लिपिक अंकित मिश्रा, एक खाना बनाने वाली महिला, नौकरानी सहित कुल 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.