प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सर्जिकल स्ट्राइक पर बनी फिल्म को 'उरी' को राज्य में टैक्स फ्री करने का एलान किया है. योगी कैबिनेट ने इसे राज्य जीएसटी से छूट देने का फैसला किया है. सीएम योगी का कहना है कि यह फिल्म देश के युवाओं और नागरिकों में राष्ट्रीयता की भावना पैदा करेगी.


योगी सरकार के इस एलान के बाद दर्शकों के लिए फिल्म देखना अब सस्ता हो जाएगा. कुल मिलाकर अब टिकट पर पैसे बच सकेंगे.




100 रुपये तक के टिकट पर अब 18 की जगह 12 और 100 रुपए से ऊपर के टिकट पर 28 18 फीसदी जीएसटी लगेगा

गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) काउंसिल की बैठक में मूवी टिकट पर लगने वाला जीएसटी कम करने का फैसला लिया. सिनेमा के 100 रुपये तक के टिकट पर अब 18 प्रतिशत की बजाय 12 प्रतिशत जीएसटी और 100 रुपए से ऊपर के टिकट पर 28 प्रतिशत की बजाय 18 फीसदी जीएसटी लगेगा.

ऐसे समझें आपकी जेब पर क्या पड़ेगा असर

इस स्लैब के हिसाब से यदि जिस सिनेमाघर में टिकट की कीमत 100 रुपए से कम की है तो उस पर आपको केवल 12 प्रतिशत ही GST देना होगा. उदाहरण के लिए अगर सिनेमाघर की टिकट की कीमत 100 रुपए है तो उस 12 प्रतिशत जीएसटी लगेगा. इस हिसाब से आपको साढ़े 12 रुपए अधिक देने होंगे. इसका मतलब अब आप एक टिकट की कुल कीमत 112 रुपए देंगे. लेकिन पहले 28 प्रतिशत टैक्स के चलते आपको इस ही टिकट के लिए 128 रुपए चुकाने पड़ते थे.

ठीक ऐसा ही 100 रुपए से अधिक कीमत वाली टिकट्स के साथ होगा. लेकिन 100 रुपए से महंगी टिकट के लिए आपको 18 प्रतिशत टैक्स चुकाना होगा. इसका मतलब अगर किसी सिनेमाघर में एक टिकट 300 रुपए की है तो आपको इसके लिए 12 प्रतिशत नहीं बल्कि 18 प्रतिशत टैक्स चुकाना होगा.

जानकारी के लिए बता दें कि फिल्म की टिकट पर लगने वाले GST टैक्स की दरों में जो बदलाव किए गए हैं. उन्हें 1 जनवरी से लागू किया जाएगा.

सर्जिकल स्ट्राइक पर बनी है फिल्म उरी

'उरी' एक देशभक्ति फिल्म है जो कि सच्ची घटनाओं पर आधारित है. फिल्म की कहानी सेना के एक ऐसे ऑपरेशन के बारे में बताता है जिसमें जवानों ने दुश्मन के घर में घुसकर अपने जवानों की शहादत का बदला लिया. फिल्म में विक्की कौशल, मोहित रैना, परेश रावल और यामी गौतम जैसे स्टार्स हैं. फिल्म का निर्देशन आदित्य धार ने किया है. जो इससे पहले कई बेहतरीन फिल्मों के लिए बतौर लेखक काम कर चुके हैं.

10 दिन में तैयार की सर्जिकल स्ट्राइक की रणनीति

उरी के सेना कैंप पर हमला 18 सिंतबर को हुआ था और सेना ने इसके ठीक 10 दिन बाद यानी 28 सिंतबर की रात को सर्जिकल स्ट्राइक की थी. सेना ने बेहद कम समय में इस बड़ी जिम्मेदारी को पूरा किया था.

उरी हमले के बाद पाकिस्तान को कड़े शब्दों में जवाब देना भी जरूरी था . देश की सेना के मोरल के लिए भी ये लड़ाई बेहद जरूरी थी. इसी के बाद भारत सरकार ने फैसला लिया कि अब चुप नहीं बैठा जा सकता. पीएम मोदी ने खुद इस बात का खुलासा किया कि सेना के वरिष्ठ अधिकारियों और कुछ चुनिंदा लोगों के सुझावों के बाद सर्जिकल स्ट्राइक का निर्णय लिया गया. बता दें कि इस फैसले में देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने अहम भूमिका निभाई थी.

पीएम मोदी ने खुलासा किया कि उन्होंने सेना को इस स्ट्राइक के लिए खुली छूट दी थी. उरी हमले के बाद सेना को सिर्फ 10 दिनों में दूसरे देश में जाकर आतंकी ठिकानों को तबाह करके आना था जो कि काफी जोखिम भरा काम था.

पीएम के इस फैसले के बाद सेना के जवानों ने अपने शहीद भाइयों का बदला लेने के लिए एक बार फिर अपनी जान दांव पर लगाई और दुश्मन के घर में घुसकर उसके आतंकी ठिकानों को तबाह करके आए.