लखनऊ: कांवड़ियों पर फूल बरसाए जाने के बाद अब हेलिकॉप्टर को हायर करने के लिए किया गया खर्च चर्चा का विषय बना हुआ है. एरियल सर्वे के लिए यूपी सरकार ने 14 लाख 21 हज़ार रुपए में हेलिकॉप्टर किराए पर लिया था. हेलिकॉप्टर एयर चार्टर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड से हायर किया गया था. सर्वे के साथ-साथ उससे कांवड़ियों पर फूल भी बरसाए गए. हाल ही में मेरठ जोन एडीजी प्रशांत कुमार के हेलीकॉप्टर में बैठकर कांवड़ियों पर फूल बरसाने का एक वीडियो भी सामने आया था.
इसी बीच कांवड़ियों द्वारा पहले दिल्ली की किसी गाड़ी और बाद में यूपी के बुलंदशहर में पुलिस की गाड़ी के साथ तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आईं. लोग फूल बरसाए जाने के वाकये को इन तोड़फोड़ की घटनाओं से जोड़कर देख रहे हैं.
एडीजी प्रशांत कुमार के हेलीकॉप्टर में बैठकर कांवड़ियों पर फूल बरसाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. फूल बरसाने को लेकर लोग ट्विटर पर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं. कई संगठनों द्वारा इसे धर्म विशेष से भी जोड़ कर देखा जा रहा है.
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए एडीजी ने कहा कि इसे कोई धार्मिक एंगल नही दिया जाना चाहिए, फूलों का इस्तेमाल लोगों के स्वागत के लिए होता है. प्रशासन सभी धर्मों का सम्मान करता है, गुरुपरब, ईद, बकरीद या जैन त्योहार जो भी हो उसमें भी सक्रिय रूप से हिस्सा लेता है.
दरअसल पश्चिमी उत्तर-प्रदेश में चल रही कांवड़ यात्रा की देखरेख के लिए प्रदेश सरकार ने दो दिन के लिए मेरठ में हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की थी. कांवड़ मार्ग के लिए हेलीकॉप्टर सर्वेक्षण के पहले दिन मेरठ के एडीजी प्रशांत कुमार को सहारनपुर और मुजफ्फरनगर जिलों का दौरा करना था.
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी एरियल सर्वे कर मेरठ में कांवड़ यात्रा के लिए की गई तैयारियों और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया था. गंगोत्री से लेकर हरिद्वार तक और यूपी समेत छह राज्यों से करीब 3 करोड़ शिवभक्त कांवड़ लेकर सावन के महीने में जल चढ़ाने जाते हैं.