इलाहाबाद: गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए यूपी की योगी सरकार ने आज से रैंचिंग अभियान की शुरुआत की है. इसके तहत गंगा की धारा को निर्मल बनाने के लिए उसमे बड़ी तादात में रोहू, नैन और कतला प्रजाति की मछलियां गंगा नदी में छोड़ी जाएंगी.


संगम के शहर इलाहाबाद से शुरू हुआ यह रैंचिंग अभियान 'नमामि गंगे' प्रोजेक्ट के तहत चलाया जाना है. यूपी में इस अभियान को चलाने और इसे सफल बनाने का जिम्मा सूबे के मत्स्य विभाग को सौंपा गया है. इसमें केंद्र सरकार का सेंट्रल फिशरीज रिसर्च इंस्टीट्यूट भी मदद करेगा.


यूपी में इस अभियान की शुरुआत आज संगम के शहर इलाहाबाद में सूबे के मत्स्य विभाग के मंत्री जय प्रकाश निषाद ने एक समारोह में किया. इस मौके पर उन्होंने बताया कि कुछ ख़ास प्रजातियों की मछलियां पहले गंगा का आधार हुआ करती थीं, इसलिए 'नमामि गंगे' प्रोजेक्ट के तहत अब समूचे यूपी में जगह-जगह गंगा नदी में इन मछलियों की रैंचिंग कराई जा रही है.


इस समारोह में केंद्रीय मंत्री उमा भारती को भी शिरकत करना था, लेकिन किन्ही वजहों से वह नहीं शामिल हो सकीं थीं. मंत्री जय प्रकाश निषाद ने इस मौके पर जहां केंद्र की मोदी सरकार की शान में जमकर कसीदे पढ़े, वहीं यूपी की पहले की सरकारों पर निशाना साधा. मंत्री जय प्रकाश ने कहा कि यूपी में अब तक 'नमामि गंगे' के प्रोजेक्ट इसलिए सफल नहीं हो सके क्योंकि इससे पहले यहां बीजेपी की सरकारें नहीं थीं. उन सरकारों ने गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के अभियान में दिलचस्पी नहीं दिखाई थी.

मंत्री जय प्रकाश के मुताबिक़ यूपी की योगी सरकार अब जल्द ही गंगा किनारे के गांवों को ओडीएफ मुक्त करने के अभियान की शुरुआत करेगी. इसकी शुरुआत यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ अगले हफ्ते इलाहाबाद से कर सकते हैं.