लखनऊ: योगी सरकार ने बाहुबली नेता राजा भैया उर्फ़ रघुराज प्रताप सिंह को एक तोहफ़ा दिया है. ऐसा गिफ़्ट जो राजा के इलाक़े में बनेगा. यूपी कैबिनेट की बैठक में इस बात का फ़ैसला हुआ है. प्रतापगढ़ के कुंडा में गंगा नदी पर क़रीब ढाई सौ करोड़ रूपयों का एक पुल बनेगा. राजा भैया लगातार पांचवी बार कुंडा से निर्दलीय विधायक चुने गए हैं. समाजवादी पार्टी का साथ छोड़ कर राज्य सभा के चुनाव में उन्होंने बीजेपी के लिए वोट किया था.


यूपी के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ और बाहुबली नेता राजा भैया के क़रीबी रिश्ते रहे हैं. इसी रिश्ते ने राजा का काम आसान कर दिया. गंगा नदी पर जो पुल वे मंत्री रहते नहीं बनवा पाए थे. उसे अब पूरा करने की ज़िम्मेदारी योगी सरकार ने ली है. मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में इस पर प्रस्ताव पास हो गया.



पुल और उसे जोड़ने वाली सड़क बनाने में 248 करोड़ रूपये ख़र्च होंगे. गंगा नदी पर पुल बन जाने से कुंडा से कौशांबी और इलाहाबाद जाना आसान हो जायेगा. राज्य सरकार के प्रवक्ता और स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि ये पुल तीन महीने में बन कर तैयार हो जायेगा.


बीएसपी सुप्रीमो मायावती से अदावत रखने वाले राजा भैया का मुलायम सिंह यादव से अपनेपन का संबंध रहा है. मुलायम सरकार में वे मंत्री भी थे. मायावती ने तो राजा भैया को पोटा क़ानून में जेल भिजवा दिया था. वे अखिलेश यादव की सरकार में जेल मंत्री फिर बाद में खाद्य और आपूर्ति मंत्री भी बने. डीएसपी जिया उल हक़ की हत्या के बाद राजा भैया को मंत्री पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा था. सीबीआई से क्लीन चिट मिलने के बाद वे दोबारा मंत्री बने.


इसी साल मार्च महीने में राज्य सभा की दस सीटों के लिए चुनाव हुए थे. बीजेपी ने 9, एसपी और बीएसपी ने एक एक उम्मीदवार उतारे थे. दबंग नेता रघुराज प्रताप सिंह और उनके समर्थक विधायक विनोद सरोज ने बीजेपी की लाज बचा ली. समाजवादी पार्टी का साथ छोड़ कर दोनों विधायकों ने बीजेपी के लिए वोट किया. बीएसपी का उम्मीदवार हार गया.