लखनऊ : योगी सरकार लगातार एक्शन में है. बीती रात यूपी एसटीएफ की टीम ने लखनऊ के एक दर्जन से ज्यादा पेट्रोल पंपों पर छापा मारा. जांच में पता चला कि पेट्रोल पंपों पर ग्राहकों से पैसे पूरे लिये जाते थे, लेकिन पेट्रोल कम दिया जाता था. एसटीएफ ने इस मामले में कई कर्मचारियों को हिरासत में लिया है.


पेट्रोल पंप पर जब एसटीएफ की टीम पहुंची तो हड़कंप मच गया


लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज के सामने स्थित पेट्रोल पंप पर जब एसटीएफ की टीम पहुंची तो वहां हड़कंप मच गया. पेट्रोल पंप के कर्मचारी ने अपनी तरफ से होशियारी दिखाने की कोशिश की, लेकिन एसटीएफ की टीम उससे ज्यादा होशियार निकली. पेट्रोल की जांच की गई तो पता चला कि एक लीटर पेट्रोल में 50 मिली लीटर तेल कम दिया जा रहा है.



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डिवाइस के जरिए पेट्रोल में हेराफेरी की जा रही थी


अब एसटीएफ के सामने चुनौती थी उस डिवाइस को तलाशने की जिसके जरिए पेट्रोल में हेराफेरी की जा रही थी. एसटीएफ और दूसरे विभागों की मेहनत रंग लाई और आखिरकार टीम के हाथ वो चिप लग लग गया जिसको लगाकर पेट्रोल पंप के मालिक ग्राहकों को चूना लगाते थे.


इससे होनेवाली चोरी का पता ग्राहक को नहीं लगता है


एसटीएफ की टीम को कुल सात पेट्रोल पंप ऐसे मिले जहां इस तरह की डिवाइस लगाकर पेट्रोल की चोरी की जा रही थी. इस डिवाइस की खासियत है कि इससे होनेवाली चोरी का पता ग्राहक को नहीं लगता है. ग्राहक को बोर्ड पर उतना ही लीटर पेट्रोल दिखेगा जितने का उसने भुगतान किया है. लेकिन, असल में उसकी गाड़ी में उतना ही तेल आयेगा जितना ये डिवाइस चाहेगा.



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पहले कभी इस तरह की छापेमारी पेट्रोल पंप पर नहीं की गई थी


खास बात है कि राजधानी लखनऊ में इससे पहले कभी इस तरह की छापेमारी पेट्रोल पंप पर नहीं की गई थी. यही वजह है कि एसटीएफ की इस छापेमारी से हर तरफ हड़कंप मचा हुआ है. एसटीएफ ने पेट्रोल पंप के कई कर्मचारियों को हिरासत में भी लिया है ताकि पेट्रोल पंप पर हो रहे इस फर्जीवाड़े का पूरी तरह से पर्दाफाश हो सके.


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