प्रयागराज: संगम के शहर प्रयागराज में लगे कुंभ मेले की भव्यता व दिव्यता में चार चांद लगाने के लिए यूपी की योगी सरकार एक और अनूठी पहल करने जा रही है. योगी सरकार ने कैबिनेट की अगली बैठक राजधानी लखनऊ के बजाय कुंभ मेले में करने का फैसला किया है. कैबिनेट की यह बैठक 29 या 30 जनवरी को होगी. राजधानी से बाहर पहली बार किसी जगह पर होने वाली इस बैठक में साधू -संतों को पेंशन देने और राष्ट्रीय नदी गंगा को प्रदूषण मुक्त करने समेत कई अन्य महत्वपूर्ण फैसले लिए जा सकते हैं.


योगी कैबिनेट की इस एतिहासिक बैठक में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह सांसद होने के नाते विशेष आमंत्रित सदस्य के तौर पर हिस्सा ले सकते हैं. मेले में मौजूद साधू - संतों ने कैबिनेट की बैठक कुंभ में करने के फैसले का स्वागत करते हुए इसमें कोई ठोस नतीजा निकलने की उम्मीद जताई है.


साधू संतों का मानना है कि योगी कैबिनेट की इस बैठक में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर भी कोई पहल ज़रूर हो सकती है. कैबिनेट की बैठक कुंभ मेले में होने की तस्दीक खुद योगी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने कर दी है. हालांकि बैठक 29 को होगी या फिर 30 को, यह अभी तय नहीं है. यूपी के इन्फर्मेशन डिपार्टमेंट के ट्विटर एकाउंट पर बैठक 29 जनवरी को होने का दावा किया गया है, लेकिन कुंभ मेले में तैयारियां 30 के लिहाज से चल रही हैं.


अभी तक निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक़ कैबिनेट की बैठक कुंभ मेले के कंट्रोल एंड कमांड सेंटर में होगी. बैठक के बाद कैबिनेट के सभी सदस्य क्रूज व स्टीमर के जरिये संगम तक जाकर वहां त्रिवेणी स्नान करेंगे. संगम में डुबकी और पूजा अर्चना के बाद सीएम योगी समेत सभी सदस्य हनुमान मंदिर व अक्षयवट का भी दर्शन करेंगे. कैबिनेट के सदस्यों का लंच अरैल इलाके में बनी टेंट सिटी में होगा.


सीएम समेत कई मंत्री अखाड़ों के साथ ही अन्य प्रमुख संतों के शिविर में भी जाएंगे. बैठक के अगले दिन इकतीस को वीएचपी की धर्म संसद भी होनी है. सीएम योगी को इस धर्म संसद में भी हिस्सा लेना है. कैबिनेट की बैठक को लेकर मेले में तैयारियां अभी से शुरू कर दी गई हैं. साधू संतों ने कैबिनेट की बैठक कुंभ में किये जाने के प्रस्ताव पर योगी सरकार को बधाई दी है.