भीम आर्मी के मुखिया के रिहा होने पर योगी के मंत्री राजभर खफा, कहा- वोट बैंक की राजनीति
कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि जो लोग धारा 151 के तहत जेल में बंद है उन्हें जमानत नहीं मिलती जबकि एनएसए वाले को छोड़ दिया जाता है. उन्होंने कहा क्योंकि रावण के पास वोट हैं, 151 वाले के पास वोट नहीं है.
बरेली: भीम आर्मी के मुखिया चन्द्रशेखर उर्फ रावण को समय से पहले रिहा करने पर यूपी की योगी सरकार की जमकर किरकिरी हो रही है. सरकार के इस फैसले पर यूपी कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने योगी सरकार पर हमला बोला है. कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि जो लोग धारा 151 के तहत जेल में बंद है उन्हें जमानत नहीं मिलती जबकि एनएसए वाले को छोड़ दिया जाता है. उन्होंने कहा क्योंकि रावण के पास वोट हैं, 151 वाले के पास वोट नहीं है.
सरकार में सुनवाई नहीं हुई इसलिए अब सड़क पर आंदोलन
योगी के मंत्री ओम प्रकाश राजभर अब सभी छोटे दलों और जातियों के लोग जो अलग-थलग रहते हैं, अलग-अलग चुनाव लड़ते है अब उनको एक मंच पर लाने के लिए सम्मलेन करने जा रहे हैं. उनका कहना है जब सरकार के अंदर सुनवाई नहीं हुई तो अब बाहर आकर बेहतर शिक्षा, रोजगार के लिए लोगों को एकजुट करेंगे. वहीं उन्होंने गन्ना किसानों का भुगतान समय पर नहीं होने पर भी सीम योगी पर निशाना साधा है.
भागीदारी आंदोलन मंच का हुआ गठन, 30 सितंबर को बरेली में होगा सम्मेलन
योगी के मंत्री ओम प्रकाश राजभर का कहना है कि उन्होंने भागीदारी आंदोलन मंच का गठन किया है. जिसमें सभी जातियों के लोग अलग-अलग लड़ते हैं, पार्टिया बनाकर लड़ते हैं ऐसे लोगों को हमने समझाने का प्रयास किया है और उनको एक मंच पर लाने का काम कर रहे हैं. उन्होंने ऐसे लोगों से कहा कि हमने समझाने कि कोशिश की है उनसे कहा कि अलग अलग लड़कर आप सफल नहीं हो सकते. इसलिए 30 सितंबर को बरेली के नेहरू युवा केंद्र में एक सम्मेलन करने जा रहे हैं.
सुप्रीम कोर्ट के जजों ने भी लिया था मीडिया का सहारा
ओम प्रकाश राजभर का कहना है सुप्रीम कोर्ट के चार जजों को भी मीडिया के सामने अपनी बात रखनी पड़ी थी. उन्होंने कहा कि हम सरकार में अपनी बात समय-समय पर रखते रहे हैं लेकिन जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो सरकार के बाहर लोगों को एकजुट करने निकले हैं. उन्होंने कहा कि बेहतर शिक्षा, रोजगार के लिए लोगों को अपने अधिकारों के लिए लड़ना होगा. उन्होंने कहा कि अभी तक चुनाव हिन्दू मुस्लमान के नाम पर दंगा करवाकर होते आये हैं और उन दंगो में कभी कोई नेता नहीं मारा जाता है.
सीएम योगी के गन्ना कम बोने के बयान से राजभर खफा
बरेली के सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने सीम योगी के उस बयान पर निशाना साधा जिसमे उन्होंने गन्ना किसानों से कहा था कि गन्ना कम बोएं उससे शूगर होती है. राजभर ने कहा कि चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री कहते थे कि सरकार बनते ही सबसे पहले गन्ना किसानों का भुगतान किया जायेगा लेकिन अब स्थति ये है कि अधिकांश किसानों का गन्ना भुगतान नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि पश्चिम का किसान गन्ना नहीं बोएगा तो क्या करेगा.
पिछड़ी और सामान्य जाति के लिए भी खोली जायें फ्री कोचिंग
राजभर यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि बाब साहब भीम राव अम्बेडकर ने चार जातीयां बनाई थी जिसमें एससी-एसटी के बेटे-बेटिय़ों को फ्री कोचिंग देकर डॉक्टर, मास्टर, इंजीनियर, कलेक्टर बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार से हमारी मांग है कि जो दो जातीय पिछड़ी और सामान्य बची हैं उनके बेटे-बेटिय़ों को भी फ्री कोचिंग देकर डॉक्टर, मास्टर, इंजीनियर, कलेक्टर बनाया जाये.
चौथी कक्षा से टेक्निकल शिक्षा की जाये अनिवार्य, संविदा पर रखे जायें शिक्षक
राजभर ने कहा कि प्राइमरी स्कूलों कि हालत बहुत ख़राब है इसलिए उसमें संविदा पर या आउट सोर्सिंग के जरिये शिक्षक रखे जायें. उन्हें पहले साल में पांच हजार, दूसरे साल में दस हजार, तीसरे साल में 15 हजार और चौथे साल में 25 हजार रूपये दिए जायें और अगर सही काम नहीं करे तो दूसरे शिक्षकों को भर्ती कर लिया जाये. इसके आलावा चौथी कक्षा से टेक्निकल शिक्षा अनिवार्य कि जाये. जिसमें इलेक्ट्रिक, मैकेनिकल जैसी तमाम चीजों कि जानकारी दी जाये ताकि बेरोजगारी को खत्म की जा सके. गौरतलब है कि ओम प्रकाश राजभर इससे पहले भी सरकार में रहते हुए भी सरकार के खिलाफ जमकर बोलते रहे हैं. इससे पहले वो एससी-एसटी एक्ट पर भी सरकार को कटघरे में खड़ा कर चुके हैं.