इलाहाबाद: यूपी समेत चार राज्यों में पार्टी की करारी हार के बाद कांग्रेस में एक बार फिर प्रियंका गांधी को सक्रिय करने और पार्टी की कमान सौंपने की मांग तेज होने लगी है. यूपी में मिली करारी हार से तिलमिलाए इलाहाबाद के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आज शहर में नेहरू-गांधी परिवार के पैतृक आवास आनंद भवन के गेट पर पोस्टर लगाकर जहां कांग्रेस की हार पर अफ़सोस जताया, वहीं पार्टी को बचाने के लिए प्रियंका गांधी को सक्रिय कर कार्यकर्ताओं की अगुआई करने की गुहार लगाई गई है.



पोस्टर के जरिए कहा गया है कि अगर कांग्रेस पार्टी को बचाना है और दो साल बाद होने वाले लोकसभा चुनाव में पार्टी को मजबूती से लड़ना है तो प्रियंका को राजनीति में सक्रिय कर उन्हें कार्यकर्ताओं की कमान सौंपनी ही होगी.


पोस्टर में सोनिया-राहुल और प्रियंका की तस्वीरों के साथ साफ़ तौर पर लिखा गया है :-


''जीतना हो यदि दिल्ली की जंग, प्रियंका दीदी चलें राहुल भैया के संग.
यूपी की हार पर शोक जताओ, प्रियंका लाओ, कांग्रेस बचाओ.''


पोस्टर लगाने वाले इलाहाबाद कांग्रेस कमेटी के महासचिव हसीब अहमद का कहना है कि लोकसभा चुनाव से कांग्रेस की हार का जो सिलसिला शुरू हुआ है वह थमने का नाम नहीं ले रहा है. पीएम मोदी समेत बीजेपी के तमाम नेता कांग्रेस मुक्त भारत का नारा दे रहे हैं, लेकिन कांग्रेस हाईकमान ने अब तक किसी भी हार की जवाबदेही तय नहीं की है.


सिर्फ और सिर्फ प्रियंका गांधी ही कर सकती हैं पार्टी के लिए संजीवनी का काम


पोस्टर लगाने वाले कांग्रेस नेता हसीब अहमद के मुताबिक़ बीजेपी के कांग्रेस मुक्त भारत के सपने को तोड़ने के लिए कांग्रेस को अब संजीवनी की ज़रुरत है और पार्टी के लिए संजीवनी का काम सिर्फ और सिर्फ प्रियंका गांधी ही कर सकती हैं. प्रियंका के सक्रिय राजनीति में आने से न सिर्फ कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा पैदा होगी, बल्कि कांग्रेस फिर से इंदिरा और राजीव के दौर जैसी कामयाबी पा सकेगी. कांग्रेस नेता ने अपने बयान में राहुल गांधी के नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं और प्रियंका को कांग्रेस की कमान सौंपे जाने की मांग की है.