मेरठः कोरोना काल के दौरान अलग-अलग राज्यों से वापस उत्तर प्रदेश लौटे लोगों के सपने अपने ही गृह राज्य में पूरे हो रहे हैं. प्रवासियों की योग्यता के आधार पर उन्हें उत्तर प्रदेश में ही रोजगार उपलब्ध कराया जा  रहा है.


रोजगार मेले में लगा युवाओं को तांता



इसी कड़ी में यूपी के मेरठ जिले में दो दिन से रोजगार मेला लग रहा है. बुधवार को यहां दूसरे राज्यों में नौकरी कर रहे सैकड़ों युवा आए, जहां अलग-अलग कंपनियों ने उन्हें अपने यहां नौकरी का ऑफर दिया. वहीं, गुरुवार को भी सुबह से ही रोजगार मेले में खासतौर से युवाओं का तांता लगा रहा. इनसे से कोई युवा मुंबई से लौटा है, कोई राजस्थान से, तो कोई गुजरात से. ये लोग कई वर्षों से इन राज्यों में रहकर काम कर रहे थे, लेकिन कोरोना काल में लागू लॉकडाउन ने उन्हें दोबारा अपने घर लौटने पर मजबूर कर दिया.









योग्यता के अनुसार नौकरी दी जाएंगी

लोग जब अपने घर लौटे तो उनके सामने आजीविका का भी संकट आ खड़ा हुआ. ये लोग दोबारा अपने पैर पर खड़े होना चाहते हैं. इन लोगों को उम्मीद की किरण तब दिखी, जब उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एलान सुना. जिसमें सीएम ने कहा था कि जितने भी लोग दूसरे राज्यों से अपने गृह राज्य लौटे हैं, उनको उनकी योग्यता के अनुसार यहां नौकरियां दी जाएंगी. सीएम के इस ऐलान के बाद जैसे ही जिले में रोजगार मेला लगा, युवाओं की फौज दौड़ पड़ी. अपने-अपने सर्टिफिकेट लेकर ये युवा मेरठ की विभिन्न तहसीलों में पहुंचे. युवाओं का कहना है कि सीएम की अगुवाई में उनके सपने अवश्य पूरे होंगे.






दोबारा दूसरे राज्य नौकरी करने के बारे में सौ बार सोचेंगे


दूसरे राज्यों से लौटे ये लोग अब दोबारा वहां जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं. इन लोगों का कहना है कि जिस कठिन परिस्थिति का सामना करते हुए वो लौटे हैं. अब दोबारा वहां जाकर नौकरी करने से पहले वो सौ बार सोचेंगे. उनका कहना है कि अब शायद वापस जाने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी, क्योंकि उनकी स्किल के हिसाब से उन्हें यहीं रोजगार मिल रहा है.



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