आत्महत्या करने चिड़ियाघर में बाघों के बाड़े में कूद रहा था कर्ज से परेशान शख्स, कर्मचारियों ने बचाया
इंदौर के कमला नेहरू चिड़ियाघर में खुदकुशी की कोशिश कर रहे एक शख्स को चिड़ियाघर के कर्मचारियों ने बचा लिया. व्यक्ति को उस वक्त बचाया गया जब वह बाघों के बाड़े में कूदने की कोशिश कर रहा था.
इंदौर: इंदौर के कमला नेहरू चिड़ियाघर में 43 वर्षीय एक व्यक्ति ने कथित तौर पर बाघों के बाड़े में कूदने की कोशिश की. हालांकि, चिड़ियाघर के कर्मचारियों की सतर्कता की वजह से उसकी जान बचा ली गयी. चिड़ियाघर के प्रभारी उत्तम यादव ने बताया कि यह व्यक्ति बाघों के बाड़े की करीब 25 फुट ऊंची जाली पर चढ़कर इसमें कूदने की कोशिश कर रहा था. तभी वहां काम कर रहे माली और सुरक्षा कर्मियों की उस पर नजर पड़ी और उन्होंने उसके पैर पकड़कर उसे जाली से नीचे उतारा.
उत्तम यादव के मुताबिक यह व्यक्ति चिड़ियाघर के जिस बाड़े में कूदने वाला था, उसमें एक मादा और दो नर बाघ चक्कर काट रहे थे. उन्होंने बताया कि इस व्यक्ति को पकड़कर संयोगितागंज पुलिस के हवाले कर दिया गया. पकड़े जाने पर उसने खुद को कर्ज से परेशान बताया. वह कह रहा था कि पिछले एक महीने से उसके मन में आत्महत्या के ख्याल चल रहे थे.
इस बीच, संयोगितागंज पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि इस व्यक्ति की पहचान विजय झाला (43) के रूप में हुई है. पहली नजर में वह मानसिक तौर पर परेशान लग रहा है. उन्होंने बताया कि संदेह है कि घटना के वक्त झाला किसी नशे के प्रभाव में था. उससे पूछताछ के साथ घटना की जांच जारी है.
बाघों के बाड़े में कूदकर आत्महत्या के सवाल पर शख्स ने पुलिस को बताया कि वह पशु और प्रकृति प्रेमी है और इसलिए मरने के बाद भी वह प्रकृति के काम आना चाहता था. पकड़ाने के बाद वह बहकी-बहकी बातें कर रहा था. उसने थाने में कहा कि वह घर की समस्या से परेशान है. शख्स ने कहा कि उसका एक बेटा है जो 10वीं में दो बार फेल हो गया है.
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