72 घंटे, 3 मर्डर: 'रॉकी भाई' बनने निकला था 18 साल का ये सीरियल किलर, जानिए और क्या था मकसद
सागर में 72 घंटे में तीन सिक्योरिटी गॉर्डों की हत्या करने वाले सीरियल किलर को भोपाल से गिरफ्तार कर लिया गया है.
सागर से लेकर भोपाल तक हड़कंप....250 पुलिसकर्मियों की 10 टीमें तलाश में...लोगों की रात की नीदें हराम...चौकीदारों को सोने की मनाही... बीते 7 दिन में मध्य प्रदेश के सागर में जिलों में लोगों की नींद हराम हो चुकी थी.
क्योंकि 18 साल के एक लड़के ने 72 घंटे में 3 मर्डर कर दिए और 7 दिन में चार. उसका मकसद था KJF का रॉकी भाई बनना. शुक्रवार की सुबह भोपाल से पकड़े गए शिवप्रसाद ने पुलिस को बताया कि वह सिक्योरिटी गॉर्डों के मारने के मिशन पर है जो ड्यूटी के दौरान सोते रहते हैं. शिवप्रसाद सागर जिले के केकरा गांव का रहने वाला है.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक शिव प्रसाद ने सागर जिले में 4 और भोपाल में गुरुवार की रात खजूरी थाना इलाके में एक गॉर्ड की हत्या कर दी. बाकी हत्याओं की तरह भोपाल में भी उसने गॉर्ड के सिर पर वार किया था. शिव प्रसाद धुर्वे ने अब तक 6 हत्याओं की बात कबूली है. उसने बताया है कि पुणे में भी उसने एक हत्या की है.
पुलिस को पूछताछ में शिव प्रसाद ने कि वह फिल्म KJF-2 के रॉकी भाई के किरदार से प्रभावित है. वह गैंगस्टर बनना चाहता था और इसके लिए रुपए भी जमा कर रहा था.
उसकी योजना भविष्य में पुलिसवालों को निशाना बनाने की थी.पुलिस सूत्रों का कहना है कि फिलहाल वरिष्ठ अधिकारी उससे बंद चैम्बर में पूछताछ कर रहे हैं. आरोपी का कहना है वो सिर्फ फेमस होना चाहता था.
जानकारी ये भी मिली है कि शिवप्रसाद 8वीं तक पढ़ा है और गोवा में भी नौकरी कर चुका है. वो टूटी-फूटी अंग्रेजी भी बोल लेता है.
पुलिस ने आरोपी सीरियल किलर को मोबाइल लोकेशन ट्रेस करते हुए पकड़ा.गिरफ्तारी के बाद उसने सिक्योरिटी गार्ड्स की हत्या करने की बात भी कबूल कर ली.पुलिस जिस मोबाइल के जरिए आरोपी तक पहुंची, वह मोबाइल उसी सिक्योरिटी गार्ड का था, जिसकी हत्या पिछले हफ्ते आरोपी ने सागर में की थी.
इस मामले का खुलासा करते हुए आईजी अनुराग ने मीडिया को बताया कि आरोपी शिव प्रसाद नेगेटिव माइंड सेट का है. जिसका मकसद पैसा कमाना था. उसने महाराष्ट्र, गोवा, चेन्नई,भोपाल, सागर में कई घरों में नौकर के तौर पर काम किया है.
आईजी ने बताया कि सोशल मीडिया से आइडिया लेकर उसने इन हत्याओं का तरीका अपनाया.आईजी के सिक्योरिटी गार्ड जिस समय सो रहे होते थे वो आसपास ही मौजूद पत्थर ,हथौड़ा या फावड़ा आदि को हथियार बनाकर वारदात को अंजाम देता था. वह आठवीं तक पढ़ा है. लेकिन अंग्रेजी के शब्दों का भरपूर इस्तेमाल कर लेता है.कई जगहों पर काम करने के कारण वह लहजा बदलने में माहिर है.
कैसे की चौकीदारों की हत्या
शिव प्रसाद बड़ी ही बेरहमी से हत्या करता था. वो पहले सिर फोड़ता फिर उसको कुचल देता. सागर के कैंट थाना इलाके में एक कारखाने में तैनात चौकीदार कल्याण सिंह रात में थोड़ा सुस्ताने लगे...उसी समय ये हत्यारा हथौड़ा लेकर घुसा और उनके सिर पर ताबड़तोड़ वार कर देता है...
इसके बाद सिविल लाइन थाना इलाके के कॉलेज में चौकीदारी कर रहे शंभू दयाल दुबे भी भी उसका शिकार बन गए...उसने उनके सिर पर पत्थर पटक दिया...
मोतीनगर में थाना के रतौना में एक निर्माणधीन मकान में चौकीदार मोतीलाल के सिर पर फावड़ा दे मारा...उनके सिर से खून का फौव्वारा निकल पड़ा...थोड़ी देर तड़पने के बाद उनकी जान चली गई.
मच गया था पुलिस प्रशासन हड़कंप
इन ताबड़तोड़ हत्याओं के बाद पुलिस के हाथ-पैर फूल गए. किसी को कुछ समझ में नहीं आ रहा था. लेकिन इन हत्याओं से एक बात साफ थी कि जो भी इनको अंजाम दे रहा था वो एक ही पैटर्न से सबको मार रहा था यानी सीधे सिर पर वार. आसपास के सीसीटीवी तलाशे गए तो पता चला कि एक संदिग्ध सफेद शर्ट और हॉफ पैंट हुए है. उसी आधार पर उसका एक स्केच जारी किया गया. लेकिन कोई सुराग नहीं मिल पा रहा था.
चौकीदारों को बोला गया रात में न सोएं
किसी और ऐसी ही घटना को रोकने के लिए सागर पुलिस ने अलर्ट जारी किया कि कोई भी चौकीदार जो रात में ड्यूटी कर रहा है वो सोए नहीं. हत्यारे ने रात में सोने के दौरान ही हमला किया था. सबसे बड़ी बात ये थी कि वो इन घटनाओं को अंजाम क्यों दे रहा है उसका मकसद क्या था कुछ भी नहीं पता चल पा रहा था.
गृहमंत्री को भी देना पड़ भरोसा
इधर इन हत्याओं से जहां लोग दहशत में थे तो शासन-प्रशासन सवालों के घेरे में था. इस कांड की गूंज भोपाल तक सुनाई देने लगी और मीडिया के सामने गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को भी भरोसा दिलाना पड़ा कि जल्दी इस हत्यारे को पकड़ लिया जाएगा.