दिल्ली इस वक्त प्रदूषण की दोहरी मार झेल रही है. दिल्ली-एनसीआर में कोहरे की चादर छाई हुई है और प्रदूषण का स्तर काफी खतरनाक स्तर पर पहुंचा हुआ है. वहीं यमुना नदी में जहरीले झाग के कारण बीजेपी और सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के बीच रार जारी है. इस बीच राजधानी दिल्ली के सिंघु गांव में लोगों ने पराली जलाई. एक किसान ने कहा, "पराली साल में एक बार जलती है लेकिन प्रदूषण तो पूरे साल ही रहता है वो प्रदूषण कहां से आता है. कोई पराली जलाकर खुश नहीं है, पराली जलाना मजबूरी है."
बता दें कि दिल्ली में प्रदूषण बहुत खराब श्रेणी में है. दिल्ली के प्रदूषण में पटाखे के धुएं और पड़ोसी राज्यों में जल रही पराली के धुएं की चादर छाई हुई है. केंद्र सरकार से पड़ोसी राज्यों में पराली जलने की समस्या से निपटने के लिए एक इमरजेंसी बैठक की मांग की थी उम्मीद है ये बैठक जल्द होगी. आज दिल्ली की अलग अलग एजेंसियों के साथ अहम बैठक की गई, इस बैठक में प्रदूषण से निपटने के लिए 5 फैसले लिए हैं :
1. दिल्ली में ओपन बर्निंग को रोकने के लिए 11 नवंबर से 11 दिसंबर तक एंटी ओपन बर्निंग कैम्पेन लॉन्च कर रहे हैं. 10 अलग-अलग विभागों को टीम गठित करने की ज़िम्मेदारी दी गई है. अब तक 550 लोगों की टीम बनाई जा चुकी है जो दिन और रात में दिल्ली के अलग अलग हिस्सों में ओपन बर्निंग की जांच के लिए पेट्रोलिंग करेंगी.
2. दिल्ली में GRAP के अनुसार डीजल जनरेटर सेट का इस्तेमाल रोकने, पार्किंग फीस बढ़ाने, मेट्रो और बस की फ्रीक्वेंसी बढ़ाने के अलावा RWA को हीटर बांटने के निर्देश भी विभागों को दिए गए हैं.
3. एंटी डस्ट कैम्पेन का दूसरा फ़ेज 12 नवंबर से 12 दिसंबर तक चलाया जाएगा. सभी विभाग एंटी डस्ट सेल बनाएंगे. DPCC सभी विभागों को कॉर्डिनेट करेगा. अबतक एंटी डस्ट कैम्पेन के तहत 450 साइट पर उलंघन पाए जाने पर 1 करोड़ 23 लाख रुपए का जुर्माना लगाया जा चुका है.
4. इमरजेंसी मुहिम के तहत पानी का छिड़काव शुरू किया गया है. सभी एजेंसियों द्वारा 400 से ज्यादा पानी के टैंकर सड़क पर उतारे जाएंगे ताकि पानी के छिड़काव से धूल प्रदूषण से निपटा जा सके.
5. दिल्ली में पराली न जले इसलिए अबतक 2300 एकड़ खेत में बायो डिकम्पोजर का छिड़काव किया जा चुका है. 30 नवंबर तक 4000 एकड़ खेत मे बायो डिकम्पोजर का छिड़काव कर लिया जाएगा. विभाग को छिड़काव में तेज़ी लाने के निर्देश दिए गए हैं. जो विभाग निर्देश नही मानेंगे उनके खिलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाएगी. पराली जलने से दिल्ली में प्रदूषण की 46% हिस्सेदारी है.
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