गणतंत्र दिवस के मौके पर प्रदर्शनकारी किसानों द्वारा दिल्ली में हिंसक घटनाओं को अंजाम देने को लेकर भारतीय जनता पार्टी से राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि इस घटना से पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की छवि को नुकसान पहुंचा है. उन्होंने कहा कि इस घटना से देश की छवि को भी नुकसान पहुंचा है. साथ ही कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से बड़ी चूक हुई है और हो सकता है कि चीन मार्च से मई के दौरान भारत में बड़ी साजिश को अंजाम दे.


सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट किया, इस घटना से पीएम मोदी और अमित शाह की छवि को नुकसान पहुंचा है. साथ ही प्रदर्शन कर रहे किसान नेताओं ने भी अपना सम्मान खो दिया है." इसके अलावा, उन्होंने पंजाब की कांग्रेस सरकार पर भी जमकर निशाना साधा. सुब्रमण्यम स्वामी का बयान ऐसे समय पर आया है जब देश के लोगों में प्रदर्शनकारी किसानों के खिलाफ भारी आक्रोश है. उन्होंने इस घटना को लेकर पीएम मोदी को चिट्ठी भी लिखी है.




आंदोलनकारियों से खाली कराया गया लाल किला


26 जनवरी पर ट्रैक्टर परेड में हिंसा के बाद दिल्ली छावनी बन गई है. पुलिस के साथ CRPF की 15 कंपनियां तैनात कर दी गई हैं. देर रात आंदोलनकारियों से लाल किला खाली करा दिया गया. उपद्रव में 300 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं. ट्रैक्टर पलटने से एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई. अब तक 22 FIR दर्ज की जा चुकी हैं.


अपनी मांगों को लेकर दो महीने से आंदोलन कर रहे किसान


गौरतलब है कि तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने और अपनी फसल के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी की मांग को लेकर किसान दो महीने से दिल्ली के कई सीमा बिंदुओं पर डेरा डाले हुए हैं. इनमें अधिकतर किसान पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हैं.


प्रदर्शनकारी किसानों ने पुलिस पर किया हमला 


26 जनवरी को सेंट्रल दिल्ली के आईटीओ में प्रदर्शनकारी किसानों को रोकने के लिए पुलिस की तरफ से आंसू गैस के गोले छोड़े गए. लेकिन प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड को तोड़कर पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया और पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ की. हालांकि, किसानों के उग्र प्रदर्शन से किसान नेता ने पल्ला झाड़ लिया है.


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