मुंबई: महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. 29 मार्च को पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के 31,643 ताजा मामले दर्ज किए गए. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, 24 घंटों में कोरोना संक्रमण से राज्य में 102 लोगों मौत हुई. मुंबई में भी ताजा मामलों की संख्या 5890 रही जबकि 12 लोगों ने जान गंवाई.
महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के मामलों में उछाल जारी
राज्य में कोरोना संक्रमण से अब तक कुल मौत की संख्या बढ़कर 54,283 हो चुकी है. राज्य में एक्टिव मरीजों की कुल संख्या 3,36,584 दर्ज की गई है. मुंबई में कोरोना संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 4,04,614 हो गए हैं और कुल मौत का आंकड़ा 11,665 है. कोरोना संक्रमण के मामलों में उछाल को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने लॉकडाउन लगाने के संकेत दिए हैं. लेकिन सरकार की राय का नेताओं और उद्योगपतियों की तरफ से विरोध होने लगा है.
सरकार के प्रस्तावित लॉडकाउन लगाने का विरोध शुरू
पूर्व सांसद और कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने महाराष्ट्र सरकार की तरफ से संभावित लॉकडाउन लगाने का पुरजोर विरोध किया है. संजय निरुपम का कहना है कि लॉकडाउन लगाने से गरीब बर्बाद हो जाएगा, आमदनी खत्म हो जाएगी और अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर पड़ेगा. कोरोना काल में लागू किए गए लॉकडाउन से बेरोजगारी और गरीबी भी बढ़ी है, ऐसे में लॉकडाउन लगाना समस्या के हल का विकल्प नहीं है. उनका कहना है कि लॉकडाउन लगाने से कोरोना संक्रमण के मामले की रोकथाम बहुत ज्यादा मददगार होने का सबूत नहीं मिलता है.
संजय निरूपम ने महाराष्ट्र सरकार को सलाह दी है कि लोगों का जांच की जगह टीकाकरण किया जाए. पिछले साल विकल्प नहीं था, मगर इस साल सुरक्षा की शक्ल में कोविड-19 की वैक्सीन है. नियमों का पालन लोग करने के साथ उन्होंने ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाए जाने की मांग की. महाराष्ट्र में 3 दलों की सरकार में कांग्रेस की कोई विशेष भूमिका नहीं है. एनसीपी ने भी लॉकडाउन लगाने के प्रस्तावित विचार का विरोध किया है. गौरतलब है कि, महाराष्ट्र में कई नेताओं समेत मशहूर उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने भी प्रस्तावित लॉकडाउन का विरोध किया है.
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