टी-20 विश्वकप : टीम इंडिया की वो 5 बड़ी कमियां जिसे पाकिस्तान-ऑस्ट्रेलिया की टीमें पकड़ने में देर नहीं लगाएंगी
एशिया कप 2022 में सुपर-4 के दो मैच और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की टी 20 सीरीज का पहला मुकाबला टीम इंडिया ने डेथ ओवर्स में खराब गेंदबाजी के कारण ही गंवा दिया था.
टी20 वर्ल्ड कप 2022 का आगाज 16 अक्टूबर से हो रहा है. क्रिकेट के इस महाकुंभ में भारत-पाकिस्तान समेत कुल 16 देश हिस्सा लेंगे. 29 दिनों तक चलने वाले इस टूर्नामेंट में कुल 45 मैच खेले जाएंगे. वहीं टीम इंडिया 23 अक्टूबर को अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ अपने अभियान का आगाज करेगी.
हालांकि, टी20 वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने जा रही मौजूदा टीम इंडिया में कुछ ऐसी कमियां हैं जिनकी वजह से उसको भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है. इसमें टीम की कमजोर बॉलिंग, फ्लॉप मिडिल ऑर्डर से लेकर बड़े मुकाबलों में खराब फील्डिंग शामिल हैं. इन कमियों की वजह से टीम कई बड़े मैच गंवा भी चुकी है.
बुमराह के बिना कमजोर बॉलिंग अटैक
टीम इंडिया के लिए कमजोर बॉलिंग अटैक सिरदर्द बनी हुई है. टीम के मेन बॉलर भुवनेश्वर कुमार पिछली पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया के साथ खेली गई सीरीज में कुछ खास नहीं कर पाए. इसके अलावा भुवनेश्वर आखिरी ओवरों में काफी महंगे साबित हुए हैं, जिसकी वजह से भारत ने कई मैच भी गंवा दिए. टीम के सबसे मुख्य गेंदबाज जसप्रीत बुमराह टी 20 वर्ल्ड कप में नहीं खेल रहे हैं, यह टीम के लिए ऐसा झटका है जिसका फिलहाल कोई विकल्प नहीं दिखाई दे रहा है.
जसप्रीत बुमराह के साथ जो सबसे प्लस प्वाइंट है कि वो नई बॉल से रन नहीं देते थे, जिसकी वजह से मिडिल ओवर्स में अन्य गेंदबाजों को सफलता मिलती थी. लेकिन बुमराह के टीम में न होने से भारतीय गेंदबाज शुरुआत से विपक्षी टीमों पर दबाव नहीं बना पा रहे हैं. एशिया कप में, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी ऐसा देखने को मिला. एशिया कप में भारतीय गेंदबाजों ने शुरुआत से ही रन लुटाए और विकेट लेने में नाकाम साबित हुए जिसका असर टीम की परफॉर्मेंस पर पड़ा.
डेथ ओवर्स में खराब गेंदबाजी
पिछले कुछ टी20 मैचों में भारतीय टीम की डेथ ओवर्स बॉलिंग बेहद ही खराब रही है. एशिया कप 2022 में सुपर-4 के दो मैच और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की टी20 सीरीज का पहला मुकाबला टीम इंडिया ने डेथ ओवर्स में खराब गेंदबाजी के कारण ही गंवा दिया था.
एशिया कप में भारत के खिलाफ पाकिस्तान ने आखिरी चार ओवर में 43 रन और श्रीलंका ने आखिरी चार ओवर में 42 रन बनाकर जीत दर्ज कर ली थी. वहीं, ऑस्ट्रेलिया के साथ हाल ही में हुए मोहाली टी20 में आखिरी 4 ओवर में जीत के लिए 55 रन की जरूरत थी, लेकिन यहां भारतीय गेंदबाजों की डेथ ओवर्स में ऐसी पिटाई हुई कि ऑस्ट्रेलियाई टीम 4 गेंद बाकी रहते ही मैच जीत गई. भुवनेश्वर कुमार और हर्षल पटेल ने यहां जमकर रन लुटाए थे.
वहीं, पिछले 6 मैचों में भारतीय गेंदबाजों ने 19वें ओवर में कुल 110 रन लुटाए हैं. यानी सिर्फ 36 गेंदों में भारतीय गेंदबाजों ने 110 रन दे दिए. इन 6 ओवर जिन बॉलरों ने ओवर फेंके हैं उनमें अर्शदीप सिंह ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक ओवर डाला जिसमें उन्होंने 26 रन दिए. इससे पहले तिरुवनंतपुरम में हुए टी20 मुकाबले में भी अर्शदीप सिंह ने 19वें ओवर में दक्षिण अफ्रीकी टीम के खिलाफ 17 रन लुटाए थे.
मोहाली में हुए मुकाबले में भुवनेश्वर कुमार ने 19वें ओवर में 16 रन खर्च कर ऑस्ट्रेलिया को जीत के नजदीक पहुंचा दिया था. यह मुकाबला ऑस्ट्रेलिया ने 4 विकेट से जीता था. सीरीज के आखिरी मुकाबले में भी 19वें ओवर में भारतीय गेंदबाज पिट गए. यहां जसप्रीत बुमराह ने 19वें ओवर में 18 रन दे दिए थे.
एशिया कप में पाकिस्तान को भारत के खिलाफ सुपर-4 मैच जीतने के लिए 12 गेंद पर 26 रन की जरुरत थी. लेकिन यहां भुवनेश्वर कुमार ने 19वें ओवर में 19 रन देकर पाकिस्तानी टीम की जीत आसान कर दी. इसके बाद अगले ही मैच में श्रीलंका को 12 गेंद पर 21 रन की जरूरत थी. यहां भी भुवनेश्वर ने 19वें ओवर में 14 रन देकर श्रीलंका की राह भी आसान कर दी. यह दोनों मैच गंवाने के बाद भारत को एशिया कप से बाहर हो गया था. इसके अलावा हर्षल पटेल डेथ ओवर्स में एक बार ओवर फेंका है, जिसमें वो महंगे साबित हुए हैं. यानी कि डेथ ओवरों में इन बॉलरों को पहले से ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी.
वैसे, टी20 इंटरनेशनल में डेथ ओवर्स में सबसे ज्यादा रन लुटाने वाले भारतीय गेंदबाजों में हर्षल पटेल टॉप पर हैं. हर्षल ने अपने करियर में डेथ ओवरों के दौरान गेंदबाजी में 11.50 के इकोनॉमी रेट से रन दिए हैं. यानी प्रति ओवर 11 से ज्यादा रन खर्च किए हैं. यहां दूसरे नंबर पर ईशांत शर्मा हैं. इशांत का इकोनॉमी रेट 11.20 रहा है.
वहीं दक्षिण अफ्रीका से साथ चल रही टी20 सीरीज के दूसरे मैच में दीपक चाहर को छोड़कर अर्शदीप सिंह, अश्विन, हर्षल पटेल और अक्षर पटेल की जमकर धुनाई हुई. अर्शदीप सिंह ने तो 15 की इकोनॉमी रेट से रन दे डाले.
टीम की खराब फील्डिंग
टीम इंडिया ने हाल ही में खराब फील्डिंग के कारण कई मैच गंवाए हैं. एशिया कप 2022 में भी फाइनल मैच में नहीं पहुंच पाने का एक अहम कारण खराब फील्डिंग रही. वहीं, एशिया कप के सुपर-4 मुकाबलों में भारत ने पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ कुछ अहम कैच टपकाए थे. टीम में यही सिलसिला अभी भी जारी है.
पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा कह चुके हैं कि इस साल टी20 इंटरनेशनल में भारतीय टीम फील्डिंग के मामले में दूसरी सबसे खराब टीम रही है. इस साल भारत ने T20 इंटरनेशनल में 25% कैच ड्रॉप किए. इस मामले में पाकिस्तान भी भारत से बेहतर स्थिति में है. पाक टीम ने 22% कैच ड्रॉप किए. एकमात्र श्रीलंका की फील्डिंग भारत से खराब रही, जिसने लगभग 26% कैच छोड़े हैं.
आकाश चोपड़ा ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर भारत की इस खराब फील्डिंग के कारण गिनाते हुए बताया है कि भारत के पास अच्छे गन यानी फुर्तीले फील्डर का नहीं होना और टीम में तीन-तीन विकेटकीपर का खेलना खराब फील्डिंग की अहम वजहें हैं. उन्होंने कहा, 'अब हमारी टीम में फुर्तीले फील्डर नहीं हैं. सुरेश रैना, युवराज सिंह, रवींद्र जडेजा जैसे खिलाड़ी टीम में नहीं हैं. अब हम 'वाउ- क्या फील्डर है' जैसे शब्द तो सुन ही नहीं पाते हैं.'
रोहित शर्मा की बल्लेबाजी
बड़े मैचों में टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा की खराब फॉर्म भी एक चिंता का कारण बना हुआ है. पिछले कई मैचों में रोहित शर्मा अच्छा स्कोर नहीं बना पाए हैं, जिसकी वजह से भारत को अच्छी शुरुआत करने में दिक्कत हुई. पाकिस्तान के खिलाफ टी20 मैच में रोहित का बेस्ट स्कोर महज 30 रन है. रोहित शर्मा ने श्रीलंका के खिलाफ जरूर कप्तानी पारी खेली. इसके अलावा साउथ अफ्रीका के साथ खेली जा रही टी20 सीरीज में उन्होंने जरूर अच्छा स्कोर किया है. रोहित ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले गए दूसरे मैच में 37 बॉल पर 43 रन बनाए.
वहीं, एशिया कप में भारतीय टीम का मिडिल ऑर्डर ताश के पत्तों की तरह धराशायी हो गया था. स्टार खिलाड़ी विराट कोहली पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए पहले मैच के अलावा किसी मैच में नहीं चले, सूर्य कुमार यादव हांगकांग के खिलाफ धुआंधार पारी खेलने के बाद पूरे टूर्नामेंट फ्लॉप रहे. हालांकि दक्षिण अफ्रीका के साथ चल रही टी20 सीरीज में सूर्य कुमार यादव अच्छी फॉर्म में दिख रहे हैं और उन्होंने दोनों मैचों में बेहतर स्कोर किया है. दूसरे मैच में विराट कोहली ने भी 29 गेंदों पर 49 रन बटोरे.
वहीं, दीपक हुड्डा का भी बल्ला कुछ खास नहीं कर पाया है. ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा पाकिस्तान के साथ एक मैच में चलने के बाद चोट के कारण टीम से बाहर चल रहे हैं. ओपनिंग की बात करें तो केएल राहुल एशिया कप में फ्लॉप रहे, लेकिन दक्षिण अफ्रीका के साथ चल रही टी20 सीरीज में अच्छा कर रहे हैं.
स्पिनर्स का उम्मीद के मुताबिक परफॉर्म न करना
टीम इंडिया की कमियों में से एक बड़ी कमी स्पिनर्स का उम्मीद के मुताबिक परफॉर्म नहीं करना है. स्पिनर्स तेज गति से विकेट लेने में नाकाम साबित हो रहे हैं, वहीं रन लुटाने के मामले में महंगे साबित हो रहे हैं. एशिया कप में रविंद्र जडेजा एक मैच में चले थे, जिसमें उन्होंने अच्छा परफॉर्म किया था, लेकिन अनफिट होने के चलते जडेजा टीम से बाहर हो गए. वहीं इसके साथ ही युजवेंद्र चहल विकेट नहीं ले पा रहे हैं. रविचंद्रन अश्विन टीम से अंदर बाहर हो रहे हैं, उनको मौका मिल भी रहा है तो उम्मीद के मुताबिक विकेट नहीं चटका पा रहे हैं. अश्विन ने दक्षिण अफ्रीका के साथ दूसरे मैच में 4 ओवर डालकर 37 रन दिए, जिसमें उन्होंने एक भी विकेट नहीं लिए.
टीम इंडिया की ये कुछ ऐसी कमियां हैं जिनको वक्त रहते ही दूर करना होगा, वर्ना टी20 विश्वकप टूर्नामेंट में टीम इंडिया की ये पांच कमियों को पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका को पकड़ने में देर नहीं लगाएंगी, जिससे मैच कभी भी पलट सकता है.