रामपुर के नवाब के असलहाखाना के दरवाजे खुले, फटी रह गईं सबकी आंखें
असलहाखाना से सोने और चांदी जड़ित हथियार मिले हैं.ताले खोलते समय नवाब परिवार के लोग भी मौजूद थे.
रामपुर: यूपी के रामपुर में अंतिम शासक नवाब रजा अली खां की जायदाद के बंटवारे की प्रक्रिया के तहत आज रियासतकालीन असलहाखाना के दरवाजे खुले. इस असलहाखाना में सोना और चांदी जड़ित हथियार मिले हैं. जिला न्यायालय ने असलहाखाना खोलने के आदेश जारी किये.
एडवोकेट कमिश्नर मुजम्मिल हुसैन और सौरभ सक्सेना ने कमेटी की मौजूदगी में असलहाखाना के ताले खुलवाये. यहां पर नवाब खानदान के सदस्य भी थे. जो ताले नहीं खुल सके उन्हे तोड़ दिया गया. ताले तोड़कर जब अंदर टीम पहुंची तो उन्होंने देखा कि संदूकों और अलमारियों में बेशकीमती हथियारों का जखीरा था. कुछ हथियारों पर सोना और चांदी भी जड़ा थे.
एडवोकेट कमिश्नर ने सभी हथियारों की गिनती करवाई. वहीं पहले दिन सर्वे का काम पूरा नहीं हो सका. अभी दो दिन और हथियारों की गिनती की जाएगी. पहली गिनती में चार सौ से ज्यादा हथियार मिले हैं. जिनमें तलवारें, खंजर, भाले, पिस्टल, बंदूकें, रायफल और अन्य हथियार शामिल हैं.
हजारों में है हथियारों की संख्या
बताया जा रहा है कि हथियारों की सख्यां हजारों में है. एडवोकेट कमिश्नर के साथ-साथ असलहाखाना में मिले हथियारों की सूची प्रशासन भी बना रहा है. असलहाखाना से जो हथियार मिले हैं उनमें लंदन, हॉलैंड, जर्मनी, अमेरिका, स्पेन और जापान की प्रमुख कंपनियों के हथियार शामिल हैं.
वहीं इस मामले पर नवाब काजिम अली खां के वकील संदीप कुमार सक्सेना ने बताया कि यह मामला नवाब रजा अली खां की संपत्ति का है. बता दें कि नवाब रजा अली खां की संपत्ति के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि शरीयत के आधार पर इनके जितने भी वारिस हैं उनको हिस्सा दिया जाए. इसी कारण जिला जज ने यहां पर कमिश्नर नियुक्त किए थे. अब नवाब रजा अली खां की चल और अचल संपत्तियों का विवरण अदालत में जाएगा. वैल्यूएशन लगाकर इस संपत्ति का बंटवारा किया जाएगा.
नवाब रजा अली खां की संपत्ति में लगभग 16 वारिस हैं. जिनमे बेगम नूर बानो, काजिम अली खान, सना दुर्रेज ,मुराद मियां, निखत बी और तलहत फातिमा शामिल हैं. अभी कई अलमारियां खुलने से रह गयी हैं जिनमें और हथियार मौजूद हैं.
ये भी पढ़ें-
INDVsNZ 1st ODI Live Updates: न्यूजीलैंड ने पहले वनडे में जीता टॉस, गेंदबाजी करने का फैसला किया