देश-विदेश में मधुबनी पेंटिंग के लिए मशहूर शहर में एक दिल्ली हाट की तर्ज़ पर मिथिला हाट बनाने के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है. मिथिलांचल के कलाकारों के लिए खुशखबरी है कि 2022 के मार्च तक बनकर तैयार हो जाएगा "मिथिला हाट".


बिहार के अररिया संग्राम, झंझारपुर में प्रस्तावित 'मिथिला हाट' नामक अरबन हाट के मॉडल की गुरुवार को मधुबनी जिलाधिकारी नीलेश रामचंद्र देवरे ने समाहरणालय कक्ष में बैठक के दौरान समीक्षा की. इस दौरान सहायक समाहर्ता प्रीति, जल संसाधन और भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता भी मौजूद थे.


इस संबंध में जिलाधिकारी नीलेश ने बताया कि 3 करोड़ की लागत से बनाने वाले इस हाट के निर्माण के लिए आज मंजूरी मिल गई है. हमारी कोशिश है कि हम सितंबर से पहले हाट का निर्माण काम शुरू कर दें और अगले 18 महीने के अंदर इसे पूरा कर लें. उन्होंने बताया कि हाट के बगल बनने वाले तालाब में कितनी राशि खर्च होगी अभी इसका अनुमान लगाया जा रहा है. बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय झा की तरफ से इस प्रोजेक्ट को लाने का श्रेय जाता है.



बता दें कि इस अर्बन हाट का कुल क्षेत्रफल 1.79 एकड़ होगा. यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म होगा, जहां आर्ट एंड क्राफ्ट के कलाकारों के कलाकृतियों की राष्ट्रीय स्तर पर ब्रांडिंग होगी. इस हाट के माध्यम से मिथिला क्षेत्र के सभी कला और खाने की एक ही जगह ब्रांडिंग होगी. इसके साथ-साथ पैंन इंडिया के आर्ट एंड क्राफ्ट की भी ब्रांडिंग होगी.


हाट में आर्ट की ट्रेनिंग के लिए मल्टीपर्पस हॉल भी बनाया जाएगा. एक जियोग्राफिक इंडीकेशन केन्द्र होगा. इस हाट के बगल के तालाब का भी सौंदर्यीकरण किया जाएगा. झंझारपुर वासियों को लिए परिवार के साथ घूमने के लिए तालाब के चारो ओर पाथवे बनाया जाएगा. इसमें 50 दुकान और फुड कोर्ट भी होगें, जहां लोग तरह-तरह के खाने का आंनद भी ले सकेंगे.


नॉर्थ ईस्ट कॉरिडोर से जाने वाले सभी यात्रियों को इसके हाट को आकर्षण केंद्र बनाने कोशिश होगी. इसमें पब्लिक टॉयलेट होंगे. हाट के फर्स्ट फ्लोर पर पर पुरूष और महिला के लिए अलग-अलग डोरमेटरी होगा, जबकि इसके थर्ड फ्लोर पर एक मिटिंग हाॅल बनने वाला है.