दिल्ली में यमुना का जलस्तर हुआ कम, भीषण गर्मी में दिल्ली में खरीदकर पानी-पीने को मजबूर हुए लोग
यमुना में कम मात्रा में कच्चा पानी छोड़ा जा रहा है जिसकी वजह से वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से जल उत्पादन प्रभावित हुआ है.
Delhi Water Crisis: दिल्ली के वज़ीराबाद वाटर वर्क्स में युमना का सामान्य जलस्तर 674.50 फ़ीट की तुलना में घटकर 669.4 फ़ीट तक पहुंच गया है, साथ ही हरियाणा द्वारा यमुना में कम मात्रा में कच्चा पानी छोड़ा जा रहा है जिसकी वजह से वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से जल उत्पादन प्रभावित हुआ है. दिल्ली में गर्मी सभी रिकॉर्ड तोड़ रही है, पारा 49 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया जिस कारण अब पानी का संकट भी शुरू हो गया है.
दिल्ली के इन इलाकों में होगी पानी की किल्लत
दिल्ली में कई दिनों से भीषण गर्मी के कारण पानी की समस्या हो रही है और अब पानी की कमी की वजह से दिल्ली जल बोर्ड ने यह सूचना दे दी है कि 17 मई की सुबह से जलापूर्ति प्रभावित होगी और जब तक तालाब का जलस्तर सामान्य नहीं होगा यह किल्लत हो सकती है. दिल्ली के कुछ इलाके जैसे कि सिविल लाइंस, हिन्दू राव अस्पताल और आसपास के क्षेत्र, कमलानगर, शक्तिनगर और आसपास के क्षेत्र, करोल बाग, पहाड़गंज और एनडीएमसी क्षेत्र, पुराना और नया राजेंद्र नगर, पटेल नगर (पूर्व और पश्चिम), बलजीत नगर, प्रेम नगर, इंद्रपुरी और आसपास के क्षेत्र, कालकाजी, गोविंदपुरी, तुगलकाबाद संगम विहार अंबेडकर नगर प्रहलादपुर और आसपास के क्षेत्र ,रामलीला मैदान, दिल्ली गेट, सुभाष पार्क, मॉडल टाउन, गुलाबी बाग, पंजाबी बाग, जहांगीरपुरी, मूलचंद, साउथ एक्सटेंशन, ग्रेटर कैलाश, बुराड़ी और आसपास के क्षेत्र, छावनी क्षेत्र और दक्षिणी दिल्ली के कुछ हिस्से पानी की समस्या से प्रभावित हुए है.
सड़कों पर दौड़ रहे पानी के टैंकर
दिल्ली के तुगलकाबाद और ओखला इलाके में सड़कों पर कई तरफ पानी के टैंकर दौड़ते हुए दिखाई दिए कुछ टैंकर ऐसे थे जिसको कुछ लोगों ने अपने पर्सनल इस्तेमाल के लिए मंगवाया था. ताकि वह कई दिन के लिए पानी स्टॉक करके रख ले तो वहीं कुछ टैंकर ऐसे थे जिससे आम और खास सभी लोग पानी ले रहे थे. तुगलकाबाद और ओखला फेस टू का इलाका मिला हुआ है और इसी इलाके के बीच हम एक झुग्गी झोपड़ी के पास पहुंचे जहां पर कई दिनों से पानी नहीं आ रहा है और सड़क पर दिल्ली जल बोर्ड के टैंकर से महिलाएं बच्चे और पुरुष अभी पानी के डब्बे लिए खड़े थे और पानी भर रहे थे जब हमने उनसे बात की तो महिलाओं ने बताया किस तरह से पानी की गर्मी बढ़ते ही किल्लत ज्यादा शुरू हो गई है.
ऐसी ही समस्या दिल्ली के बाकी इलाकों में भी है ओखला बैराज के नजदीक बसी कॉलोनी में जब हमने जाकर लोगों से बात की तो वहां सतीश कुमार झा हमें अपने घर ले गया और उन्होंने वह तस्वीरें दिखाएं कि उन्होंने कैसे 3 दिनों से पानी स्टॉक कर के बड़े-बड़े गैलन में रखा का है उनका कहना है कि कई दिनों से पानी नहीं आया है खरीद कर यह सब पानी स्टॉक करके रखा है 2 दिन से नहाए भी नहीं है जरूरी काम ही से पानी से इस वक्त कर रहे हैं मजदूरी करने वाले लोगों के लिए इस वक्त बहुत मुश्किल पेश आ रही है उनका कहना है कि जो दिन में पैसे कमाते हैं उसका आधा हिस्सा तो पानी खरीदने में ही चला जाता है सरकार की तरफ से बिजली में तो मदद मिल गई है लेकिन पानी की समस्या बढ़ती जा रही है पानी की तरफ से कोई भी सुविधा नहीं मिल पा रही है.
दिल्ली सरकार ने हरियाणा पर साधा निशाना
यमुना के नीचे जाते जल स्तर पर दिल्ली जल बोर्ड के अध्यक्ष सत्येंद्र जैन ने ट्वीट करके जानकारी दी कि, ' हरियाणा द्वारा छोड़े गए कच्चे पानी का निरीक्षण करने वजीराबाद बैराज का दौरा किया. हरियाणा दिल्ली का उचित हिस्सा पानी नहीं छोड़ रहा है. यमुना का जल स्तर 674.5 फीट से गिरकर 669 फीट यानी 5.5 फीट गिर गया है. इसलिए, हमारे डब्ल्यूटीपी में पानी का उत्पादन 60-70 एमजीडी कम हो जाता है.'
आरोप प्रत्यारोप की राजनीति और कई सारे दावे और वादे यमुना और बाकी नदियों की सफाई को लेकर होते रहे हैं लेकिन जलवायु समस्या इस वक्त बहुत ज्यादा बड़ी हो गई है . खास तौर से राजधानी दिल्ली की बात करें तो यहां हालात इतने खराब हो गए हैं कि आगे आने वाले वक्त में क्या होगा यह कहना बहुत मुश्किल है कुछ एनवायरमेंटलिस्ट इस बात को लेकर बेहद चिंता में है कि इस वक्त दिल्ली में हालात हैं वह आखिर किस और जाएंगे.
आपको बता दे कि इस सब की वजह से जहाँ एक तरह पानी की समस्या तो दूसरी तरफ तापमान में बढ़ोतरी, दोनों ही लोगो के लिए समस्या है और भीषण गर्मी जलस्तर को भी कम कर रही है. दिल्ली में तापमान 49 डिग्री सेल्सियस पार करने और पूर्वोत्तर में अचानक आने वाली बाढ़ समेत जलवायु परिवर्तन का असर बना रहेगा तथा आगे स्थिति और खराब होगी.दिल्ली के दो मौसम केंद्रों में 49 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान और पड़ोस के गुरुग्राम में 48 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किए जाने के एक दिन बाद, विशेषज्ञों ने सोमवार को मौसम के घटनाक्रम का विश्लेषण किया और गंभीर चेतावनी दी.
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