RSS प्रमुख मोहन भागवत को 'राष्ट्रपिता' कहने वाले मुस्लिम धर्मगुरु के बारे में जानिए सब कुछ
AIIO दावा करता है कि वो दुनिया के साथ-साथ भारत में भी सबसे बड़ा मुस्लिम संगठन है. इसके पांच लाख इमाम इसके सदस्य हैं.
22 सितंबर की दोपहर को जब संघ प्रमुख मोहन भागवत सेंट्रल दिल्ली स्थित ऑल इंडिया इमाम आर्गनाइजेशन के चीफ इमाम डॉ. उमर अहमद इलियासी से मिलने पहुंचे तो यह खबर मीडिया में सुर्खियां बन गई. दोनों की मुलाकात बंद कमरे में तकरीबन एक घंटे तक हुई. मीटिंग के बाद इमाम उमर अहमद ने मोहन भागवत को 'राष्ट्रपिता' कह संबोधित किया. आखिर इमाम डॉ. उमर अहमद इलियासी हैं कौन जिनके बारे में आज पूरा देश जानना चाहता है.
मुस्लिम समाज के प्रभावशाली धर्मगुरु हैं इलियासी
ऑल इंडिया इमाम आर्गनाइजेशन के चीफ इमाम डॉ. उमर अहमद इलियासी को मुस्लिम समाज का प्रभावशाली और प्रगतिशील धर्मगुरु माना जाता है. उमर अहमद सेंट्रल दिल्ली के कस्तूरबा गांधी मार्ग स्थित मस्जिद के मुख्य इमाम भी हैं. ऑल इंडिया इमाम आर्गनाइजेशन के मुताबिक इलियासी धार्मिक सद्भाव बढ़ाने के हमेशा प्रयासरत रहते हैं और इस दिशा में जैन, बौद्ध, ईसाई और हिंदू धर्मगुरुओं और प्रबुद्ध लोगों से संवाद करते रहते हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ भी मंच साझा किया है. उन्हें शांति सद्भाव के लिए कई प्रतिष्ठि पुरस्कार मिल चुके हैं.
ऑल इंडिया इमाम आर्गनाइजेशन (AIIO) दावा करता है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा इमाम संगठन है और इसको राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है. वहीं विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित प्रमुख राष्ट्रीय और वैश्विक निकाय इसकी सेवाएं लेते हैं. यह आर्गनाइजेशन कई क्षेत्रों में भारतीय मुसलमानों के लिए काम कर रहा है.
अभी हाल ही में, उमर अहमद इलियासी को पंजाब के देश भगत विश्वविद्यालय ने डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी से सम्मानित किया है. ऑल इंडिया इमाम आर्गनाइजेशन की वेबसाइट में दावा किया गया है कि भारत के इतिहास में पहली बार किसी मस्जिद के इमाम को शिक्षा के सर्वोच्च पद से सम्मानित किया गया है.
कार्यकारी परिषद की सिफारिश पर शैक्षिक विकास के लिए अंतर्राष्ट्रीय संगठन IOED ने 18 अप्रैल 1961 और 24 अप्रैल 1963 को वियना के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में राजनयिक और कांसुलर संबंधों के डॉ इमाम उमर अहमद इलियासी को लेफ्टिनेंट गवर्नर के रूप में नॉमिनेट किया. उन्होंने मिडिल ईस्ट कॉनटिनेंट की तरफ से IEOD का प्रतिनिधित्व किया है.
AIIO के दावे के मुताबिक इमाम इलियासी फिलिस्तीन-इजरायल और अरब-इजरायल जैसे संघर्षों को सुलझाने में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. वह दुनिया भर के मुस्लिम समुदाय को वैज्ञानिक आधार पर मार्गदर्शन करते हैं. इमाम इलियासी के राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सभी प्रमुख धर्मों के शीर्ष धार्मिक नेतृत्व के साथ व्यक्तिगत संबंध हैं, जो सबके बीच मधुर संबंध बनाने में मदद करते हैं.
AIIO दावा करता है कि वो दुनिया के साथ-साथ भारत में भी सबसे बड़ा मुस्लिम संगठन है. इसके पांच लाख इमाम इसके सदस्य हैं. वहीं संगठन की पहुंच वैश्विक स्तर पर है. यह संगठन प्रमुख वैश्विक शांति और अंतरधार्मिक पहलों में भाग लेता है. यह भारत में प्रमुख धार्मिक और आध्यात्मिक संगठनों के साथ जुड़ा हुआ है.
संगठन के प्रमुख कार्य
अपनी वेबसाइट पर AIIO ने जानकारी देते हुए बताया है कि इसका लंदन में भी मुख्यालय है, जो इंटर फेथ हार्मनी फाउंडेशन ऑफ इंडिया के साथ अंतर-धार्मिक कार्यक्रमों में सहयोग करता है. इसके साथ ही संगठन सार्क, मीडिल इस्ट, भारत-पाकिस्तान संबंध, मुस्लिम और पश्चिम, अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, हॉलैंड, ऑस्ट्रेलिया इंडोनेशिया, मलेशिया आदि की शांति पहल में भी भागीदारी करता है.
संघ प्रमुख से मिलने के बाद क्या बोले इलियासी
मोहन भागवत से मिलने के बाद डॉ. उमर अहमद इलियासी ने कहा कि हमारा डीएनए एक है, सिर्फ अल्लाह की इबादत का तरीका अलग-अलग है. उन्होंने कहा कि मोहन भागवत राष्ट्रपिता हैं और हम सभी का मानना है कि राष्ट्र सर्वोपरि है. इसके अलावा, इमाम उमर अहमद इलियासी ने कहा, "राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने उनके आमंत्रण पर मदरसे का दौरा किया और यहां के बच्चों से भी बातचीत की."