नई दिल्लीः वित्त मंत्री अरुण जेटली ने देश का बजट पेश कर दिया. इस बार बड़ा झटका शेयर बाजार में निवेश करने वालों को लगा है. इस बजट में म्यूचुअल फंड की कमाई पर 10 फीसदी टैक्स देना होगा. ये लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स 10 फीसदी होगा. इससे आपको स्टॉक्स से होने वाली कमाई पर टैक्स की मार पड़ेगी. लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लागू होने के बाद एक साल से ज्यादा रखे गए शेयरों को बेचने से होने वाली कमाई पर आपको 10 फीसदी टैक्स देना होगा.


आयकर कानून के सेक्शन 10 (38) के तहत अभी 1 साल से ऊपर रखे गए शेयरों से मिलने वाला इनकम टैक्स फ्री है अगर शेयरों की बिक्री के समय एसटीटी (सिक्योरिटी ट्रांजेक्शन टैक्स) दिया गया हो.


फिलहाल 1 साल से कम समय तक रखे गए शेयरों की बिक्री से होने वाले मुनाफे पर 15 फीसदी की दर से शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगता है.


नॉन इक्विटी म्यूचुअल फंड स्कीमों पर 3 साल के बाद लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स टैक्स लगाया जाता है. इसके ऊपर इंडेक्सेशन के बाद 20 फीसदी की दर से एलटीसीजी (लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन) लगाया जाता है. इसके अलावा निवेशकों को इस बात का भी डर है कि इसकी सीमा बढ़ाकर दो या तीन सालों तक की जा सकती है.


हालांकि कई निवेशकों का मानना है कि एसटीटी को न हटाया जाना और एलटीसीजी को फिर से लागू किया जाना भारतीय स्टॉक मार्केट के लिए अच्छा संकेत नहीं है.