लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को कहा कि 290 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य अक्टूबर में शुरू होगा. अपर मुख्य सचिव सूचना एवं यूपीडा के मुख्य कार्याधिकारी अवनीश अवस्थी ने बताया कि परियोजना का कार्य 30 महीने में पूरा होगा.


अवस्थी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक के फैसलों की जानकारी संवाददाताओं को दे रहे थे. उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य अक्टूबर में शुरू होगा.किसानों से जमीन का अधिग्रहण मौजूदा दरों की चार गुनी दरों पर किया गया है.

अधिकारियों ने बताया कि प्रस्तावित एक्सप्रेसवे झांसी से शुरू होकर राज्य के अत्यंत पिछडे क्षेत्रों चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर, औरैया, जालौन से होकर इटावा जिले से गुजरेगा और आगरा के बटेश्वर से होकर नसीमपुर पहुंचेगा. इसके बाद यह आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से मिल जाएगा. इस एक्सप्रेसवे के बनने के बाद दिल्ली से चित्रकूट की दूरी महज छह घंटे में पूरी की जा सकेगी.


उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि एक्सप्रेसवे बनने के बाद इसके आसपास के शहरों की प्रदेश की राजधानी और राष्ट्रीय राजधानी से कनेक्टिविटी में सुधार होगा.


उन्होंने बताया कि इससे 50 हजार लोगों को प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से रोजगार मिलेगा. एक्सप्रेसवे से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. अवस्थी रविवार को बांदा जिले गये थे. वहां उन्होंने बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे परियोजना की प्रगति का निरीक्षण किया था.


उन्होंने कहा कि एक्सप्रेसवे के लिए आवश्यक 90 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है जबकि शेष दस फीसदी भूमि का अधिग्रहण अगले दो महीने में हो जाएगा.


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