वास्तु शास्त्र: जानें क्यों पलंग के सामने नहीं होना चाहिए दर्पण, कैसा होना चाहिए बिस्तर
वास्तु के मुताबिक गलत स्थान पर रखे पलंग पर जो व्यक्ति सोता है, उसे ठीक से नींद नहीं आती और मानसिक परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है.
आपका पलंग या सोने का बिस्तर आपके जीवन में महत्वपूर्ण है. दिन भर की थकान आप बिस्तर पर मिटाते हैं और सुबह उठकर नई ऊर्जा प्राप्त करते हैं. लेकिन आप बिस्तर पर आराम से सो सकें इसके लिए लिए वास्तु शास्त्र में भी कुछ नियम बनाए गए हैं. वास्तु के मुताबिक गलत स्थान पर रखे पलंग पर जो व्यक्ति सोता है, उसे ठीक से नींद नहीं आती और मानसिक परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है.
गलत दिशा में रखे पलंग पर अगर पति-पत्नी सोते हैं तो उनके वैवाहिक जीवन में परेशानियां और बीमारी उत्पन्न हो सकती हैं. इसलिए सोने के पलंग को लेकर हम वास्तु के नियमों को मानें. दपर्ण में आपके शरीर का जो भाग दिखेगा उसमें बीमारी हो सकती है. पलंग के साथ ही उसकी दिशा, चादर का रंग और गद्दों आदि का सही होना जरूरी है. इन सबके असंतुलित होने से झगड़ा,तनाव,स्वास्थ्य संबंधी जैसी परेशानियां पैदा हो सकती हैं.
क्या कहता है वास्तुशास्त्र
-सोने के कमरे के दरवाजे के ठीक सामने पलंग रखना नहीं रखना चाहिए इससे वास्तुदोष उत्पन्न होते हैं. इसकी वजह से आर्थिक तंगी, मानसिक तनाव एवं शरीर में रोग हो सकता है.
-अगर पलंग को दूसरे स्थान पर रखना मुमकिन न हो, तो दरवाजे पर परदा डालकर रखें और दरवाजे की तरफ पैर करके नहीं सोना चाहिए.
-पलंग के ठीक सामने दर्पण या ड्रेसिंग टेबिल नहीं होनी चाहिए, जिसमें सोते समय आपका प्रतिबिंब दिखाई देता हो. इससे पति-पत्नी के रिश्तों में तनाव पैदा होता है.
-पलंग के अगर सामने ऐसा मिरर हो, जिसमें आपका प्रतिबिंब दिखाई देता हो, तो उस पर कपड़ा डालकर सोना चाहिए.
कैसे और किस आकार के हो पलंग
-बेडरूम में पलंग लोहे का और आकार में धनुषाकार,अर्धचंद्राकार या वृत्ताकार नहीं होना चाहिए.
-आयताकार,चौकोर लकड़ी के फर्नीचर ही वास्तु में शुभ माने जाते हैं.
-वास्तु के अनुसार, आपके पलंग का सिरहाना और बिस्तर आरामदायक होना चाहिए.
-सिरहाना ठोस लकड़ी का होना ज्यादा बेहतर है. सिरहाने के नीचे कोई भी वस्तु नहीं रखनी चाहिए.
-पलंग की ऊंचाई न तो बहुत ज्यादा होना चाहिए और न ही बहुत कम.
इन बातों का भी रखें ख्याल
-पलंग के नीचे कूड़ा कबाड़ और सामान नहीं रखना चाहिए. पलंग के नीचे ऊर्जा निरंतर घूमती रहती है रहती है, जो कि आपके शरीर के चारों ओर संचारित होती है. अगर सामान रखा होगा तो नकरात्मक ऊर्जा का स्तर बढ़ जाएगा और और अच्छी ऊर्जा शरीर को नहीं मिलेगी.
-आपका बिस्तर ,गद्दे,तकिया,चादर आदि फटे और गंदे नहीं हों, साफ हों. गंदे फटे बिस्तर वास्तुदोष को बढ़ाते हैं.
-पलंग यदि डबल बेड है,तो उस पर लगाया जाने वाला गद्दा एक ही हो. दो गद्दे लगाने से पलंग के बीच में दरार बन जाती है जो वास्तु के अनुसार पति-पत्नी के संबंधों में टकराव का कारण बन सकती है.
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