विशाखापत्तनम: आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में गैस लीकेज की घटना के बाद से वहां के लोग डरे हुए हैं. गुरुवार रात अफवाह आई कि केमिकल फैक्ट्री से दोबारा गैस लीक होने लगी. इस वजह से डरे-सहमे लोगों ने रात सड़क पर ही बिताई. डर और अफवाहों के चलते लोग अपने घरों में नहीं गए. बड़ी संख्या में लोग सड़क पर सोते नजर आए.

विशाखापत्तनम जिले के गोपालपट्टनम आर.आर. वेंकटपुरम गांव में गुरुवार तड़के तीन बजे केमिकल फैक्ट्री में स्टायरीन गैस लीक की घटना घटी. इस गैस ने नारवा, बीसी कॉलोनी, बापूजी नगर, कम्पलापालम और कृष्णा नगर के आसपास के गावों को प्रभावित किया है. स्टायरीन गैस की प्रकृति विषाक्त है और इससे लोगों में त्वचा, आंखों में जलन और सांस संबंधित दिक्कतें पैदा हुई हैं.



अब नहीं हो रहा गैस रिसाव
अधिकारियों ने गैस को बेअसर कर रिसाव के प्रभाव को नियंत्रित करने में कामयाबी पाई है, लेकिन विशाखापट्टनम में आधिकारिक तौर पर मरने वालों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है. मृतकों में एक आठ वर्षीय लड़की और दो वरिष्ठ नागरिक शामिल हैं. अस्पताल के अधिकारी अस्पताल में मौजूद एक बच्ची के माता-पिता की तलाश कर रहे हैं.

इस हादसे में प्रभावित हुए लोगों में बड़ी संख्या में बच्चे शामिल हैं. करीब 150 बच्चों को उपचार चल रहा है और उनमें से ज्यादातर पर इलाज का असर हो रहा है. वर्तमान में 246 लोग उपचाराधीन हैं, जबकि गंभीर हालत वाले 20 मरीजों को वेंटिलेटर पर रखा गया है.

खाली करवा दिए गए गांव
आंध्र प्रदेश के डीजीपी गौतम सवांग ने कहा, "पूरे वेंकटपुरम गांव को खाली कराया गया. यहां से करीब 700 लोगों को निकाला गया. करीब 800 लोग अस्पताल में भर्ती हुए. हालांकि, उनमें से अधिकांश को छुट्टी दे दी गई है और अब लगभग 240 लोग ही वहां हैं."

इस दुर्घटना ने साल 1984 की भोपाल गैस त्रासदी की याद दिला दी है. विशाखापट्टनम की गलियों और अस्पतालों में लोग दहशत में नजर आए. सांस लेने में तकलीफ और आंखों में जलन की शिकायत के बाद लोगों को विभिन्न अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के मद्देनजर लागू लॉकडाउन के कारण बंद हुई केमिकल फैक्ट्री को गुरुवार सुबह फिर से शुरू किया गया था. कुछ समय बाद टैंकों में संग्रहीत गैस लीक होने लगी और तीन किलोमीटर के दायरे में फैल गई.

एलजी पॉलीमर भारत की पॉलीस्टाइन और एक्सपेंडेबल पॉलीस्टाइनिन की प्रमुख मैन्युफैक्चरर में से एक है. दक्षिण कोरियाई समूह एलजी केमिकल के हिस्से वाली मुंबई स्थित एलजी पॉलीमर इंडिया के पास विशाखापत्तनम स्थित संयंत्र का स्वामित्व है.

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