पश्चिम बंगाल: एक जून से खुलेंगे धार्मिक स्थल, सरकारी दफ्तरों में 70 फीसदी स्टाफ के साथ होगा काम
ममता बनर्जी ने एक जून से राज्य में धार्मिक स्थलों को खोलने का एलान किया है. कर्नाटक भी केंद्र सरकार से धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति मांग चुका है.
लॉकडाउन 4.0 खत्म होने में अभी दो दिन का वक्त बाकी है. लेकिन पश्विम बंगाल की सीएम ने एक जून से राज्य में धार्मिक स्थलों को खोलने का एलान कर दिया है. इस साथ ही सीएम ने कहा है कि जून से दूसरे हफ्ते से सरकारी दफ्तरों में 70 फीसदी स्टाफ काम करेगा. राज्य सरकार के कार्यालयों में कामकाज शुरू करने जैसे कई तरह की छूट देने की शुक्रवार को घोषणा की.
लॉकडाउन के चौथे चरण के दो दिन पहले की गयी घोषणा का मकसद प्रमुख संस्थानों में रोजाना के कामकाज को सामान्य बनाने का है. हालांकि, राज्य में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के कारण विपक्षी भाजपा और माकपा ने आलोचना करते हुए फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की है.
बनर्जी ने शाम में बयान में कहा कि राज्य सरकार के कार्यालय 70 प्रतिशत उपस्थिति के साथ काम करेंगे जबकि निजी क्षेत्र को कामकाज पर खुद फैसला लेना होगा. इससे पहले बनर्जी ने आठ जून से निजी और सरकारी कार्यालयों को पूरी उपस्थिति के साथ खोलने की घोषणा की थी.
अपने फेसबुक पेज पर एक बयान में बनर्जी ने कहा कि जरूरी असर के लिए लॉकडाउन जारी रहेगा. कर्नाटक के बाद पश्चिम बंगाल ऐसा दूसरा राज्य होगा जो धार्मिक स्थलों के द्वार को खोलने की अनुमति देगा. कर्नाटक ने सोमवार से धार्मिक स्थलों को खोलने के लिए केंद्र से अनुमति मांगी है.
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