Suicide Attack In Pakistan: पाकिस्तान में लगातार आतंकी घटनाएं जारी हैं. मंगलवार (19 नवंबर) को पश्चिमोत्तर पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक आत्मघाती हमले में 12 सैनिकों की मौत हो गई, जबकि कई लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए. यह आत्मघाती हमला उस वक्त हुआ, जब एक आतंकी ने विस्फोटकों से भरे वाहन को सेना की चेकपोस्ट के पास उड़ा दिया.
हमले की जिम्मेदारी हाफिज गुल बहादुर समूह ने ली है. हालांकि, इस घटना पर सरकार की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन खुफिया अधिकारियों ने बताया कि संबंधित आतंकियों को पकड़ने के लिए अभियान जारी है.
tv9 की रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को भी अफगानिस्तान की सीमा से लगे इसी क्षेत्र में हुई हिंसक झड़प में 8 सुरक्षाकर्मियों की मौत हुई थी. पिछले 24 घंटों में 18 सैनिकों के मारे जाने से हड़कंप मच गया है. लगातार हो रहे हमले पाकिस्तान में बढ़ती अस्थिरता का संकेत दे रहा है. इस घटना के दौरान, कई पुलिस वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए. पाकिस्तानी तालिबान टीटीपी ने इस हमले की जिम्मेदारी ली.
तहरीक-ए-तालिबान ने ली हमले की जिम्मेदारी
सोमवार को हुए हमले की जिम्मेदारी टीटीपी ने लेते हुए इसे सुरक्षा बलों की कार्रवाइयों का जवाब बताया. तालिबान समर्थक टीटीपी और हाफ़िज़ गुल, बहादुर गुट जैसे और संगठनों ने पिछले कुछ सालों में इस क्षेत्र में अपनी एक्टिविटीज बढ़ाई हैं. खासकर 2021 में अफगान तालिबान के काबुल पर कब्जे के बाद से इस इलाके में हिंसा काफी बढ़ोतरी देखने को मिली है.
पिछले 24 घंटे 18 सैनिकों की मौत
एक ही क्षेत्र में 24 घंटों के भीतर 18 सैनिकों की मौत ने इस इलाके के हालात को और गंभीर बना दिया है. सोमवार को अफगान सीमा के पास हिंसक झड़प में 8 सैनिक मारे गए थे. लगातार हो रहे हमलों से पाकिस्तानी सुरक्षा बलों पर भारी दबाव बना हुआ है और स्थानीय लोगों में भी दहशत पैदा कर दी है. हाफ़िज़ गुल बहादुर समूह और टीटीपी दोनों तालिबान समर्थक गुट हैं. हालांकि, इन गुटों के उद्देश्य और रणनीतियां अलग-अलग हैं.