महज 34 साल के मोहम्मद बिन सलमान ऐश्वर्य, पैसों की भूख और ताकत की जरूरत को जहन में रखकर सऊदी अरब की सत्ता के शीर्ष पर पहुंचे हैं. सिर्फ एक साल में उन्होंने अपने दुश्मनों की हरेक चाल को नाकाम किया और जीवन के सातवें दशक में चल रहे अपने पिता के उत्तराधिकारी घोषित हो गए. सलमान ने सबसे पहले सैन्य और सुरक्षा सेवाओं को भरोसे में लिया और तेल से भरे इस देश को आगे ले जाने का रास्ता अख्तियार किया.


कुछ वक्त से ताज को बचाते-बढ़ाते हुए नौजवान सलमान की और भी जरूरते हैं. यही वजह रही मालदीव के वेला रिसॉर्ट को एक महीने के लिए तकरीबन 50 मिलियन डॉलर में बुक किया गया. अपनी निजता को लेकर सलमान इतने चौकस रहते हैं, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता कि रिजॉर्ट में कैमरे वाले मोबाइल लाने की मनाही थी. मशूहर अमेरिकन रैपर पिटबुल और दक्षिण कोरिया के पॉप स्टार शॉय भी यहां मौजूद थे. इस मौज-मस्ती में अकूत धन खर्च हुआ.


सबसे पहले 150 मॉडलों का काफिला इस रिजॉर्ट में पहुंचा. इसमें ब्राजील, रूस और दूसरे जगह की मॉडल्स थीं. इनको सबसे पहले एक क्लिनिक ले जाया गया, जहां इस बात की जांच हुई कि इन्हें कोई यौन रोग तो नहीं हैं. इन मॉडल्स को शहजादे के दर्जनों दोस्तों के साथ पूरा महीना गुजारना था.


इस यात्रा में शहजादे 439 फुट लंबा याट लेकर गए थे. ठीक एक साल पहले इस याट को बिल गेट्स ने भी किराया पर लिया था. इसी दौरान वर्साय के नजदीक करीब 300 मिलियन डॉलर में घर खरीदा. लेकिन जल्द ही इस जश्न में खलल पड़ गया. मालदीव के एक प्रकाशन ने इस पार्टी की खबर लीक कर दी. जिस जश्न को एक महीने चलना था, वो एक हफ्ते में खत्म हो गया.


खशोगी की हत्या का आरोप


अगले कुछ सालों में सलमान ने सऊदी अरब कुख्यात धार्मिक पुलिस पर अंकुश लगाया. सऊदी औरतों के अधिकार में इजाफा किया. यमन के साथ युद्ध में कूद पड़े और अनेक अरबपतियों और रिश्तेदारों को रियाद के रिज कॉल्टन होटल में भ्रष्टाचार के आरोपों में कैद में भेज दिया. उनके सुरक्षा बलों ने पत्रकार जमाल खशोगी की इंस्ताबुल में हत्या कर दी. हालांकि सलमान इस बात से इंकार करते हैं कि हत्या का आदेश उन्होंने दिया. 84 साल के बिन सलमान सेहत की परेशानियों से जूझ रहे हैं और अस्पताल में उनका आना-जाना लगा रहता है.


पैसा उड़ाने में कोई हिचक नहीं


शहजादे के पैसे की भूख के पीछे की एक वजह यह भी रही कि उनके पिता 2000 के शुरुआती दशक में बुरे वक्त से गुजरे थे. सऊदी राजशाही के लिए यह बहुत ही शर्मनाक बात रही है. इसी तथ्य ने आगे चलकर शहजादे को एक पारिवारिक व्यापारी के रूप में गढ़ा. उन्होंने खूब पैसा कमाया और खूब पैसा उड़ाया. सीबीएस न्यूज के रिपोर्टर ने इस बाबत जब पूछा तो उनका जवाब था , " जहां तक मेरी व्यक्तिगत खर्चों की बात है, मैं एक अमीर आदमी हूं. मैं गरीब नहीं हूं." शहजादे में हमेशा आगे बढ़ने का ठोस जज्बा था. वह अपने दोस्तों से कहते कि हम वो लोग हैं जो हमारी अगली पीढ़ी का भविष्य तय कर सकते हैं.