Iran: ईरान में स्कूली छात्राओं पर होने हमले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं. मंगलवार को फिर ईरान में स्कूली लड़कियों को जहरीली गैस अटैक कर निशाना बनाया गया. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जहरीले हमले के कारण घायल बीस ईरानी स्कूली छात्राओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
समाचार एजेंसी आईआरएनए के अनुसार, ईरान के तबरेज़ शहर में मंगलवार को सांस की तकलीफ से जूझ रही लड़कियों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. शहर की आपातकालीन सेवा के प्रमुख असगर जाफरी ने आईआरएनए को बताया कि एक गर्ल्स हाई स्कूल के कई छात्राओं की हालत खराब होने की रिपोर्ट के बाद आपातकालीन विशेषज्ञों को तुरंत घटनास्थल पर भेजा गया है. अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि कुल कितनी लड़कियां सांस की तकलीफ से जूझ रही हैं.
पहले भी आ चुके हैं ऐसे मामले
इससे पहले भी इस तरह की घटना सामने आ चुकी है. नवंबर के अंत में इस तरह के मामलों में तेजी देखने को मिली थी. एक रिपोर्ट के अनुसार, अभी तक 5,000 से अधिक छात्रों को इस तरह के हमले हो चुके हैं. मंगलवार को हुई घटना को लेकर अधिकारियों ने बताया कि स्कूलों में दो सप्ताह के नवरूज अवकाश के बाद सोमवार को कक्षाएं फिर से शुरू हो गई थीं.
गौरतलब है कि ईरान में पिछले एक साल से हिजाब का विरोध हो रहा है. इसी दौरान महिला अधिकारों का विरोध करने वाले कट्टरपंथियों के हमले की घटनाओं में तेजी आई है. बताते चलें कि ईरान में गलत तरीके से हिजाब पहनने के लिए गिरफ्तार की गई 22 वर्षीय ईरानी-कुर्द महिला महसा अमिनी की हिरासत में मौत हो गई थी. इसी के बाद देश में प्रदर्शन उग्र हो गया. इसके बाद से ही जहरखुरानी के हमले तेज हो गए हैं.
हमलों के बाद का असर
ईरान में छात्राओं ने सिरदर्द, बेचैनी, सुस्ती महसूस करने या चलने-फिरने में असमर्थ होने की शिकायत की. वहीं कुछ का कहना है कि उन्हें नारंगी, क्लोरीन या साफ-सफाई में इस्तेमाल होने वाले रसायनों जैसी गंध आई थी.