अटारी: बैसाखी के आखिरी दिन बहुत सारे सिख श्रद्धालु पड़ोसी मुल्क में गुरुद्धारों में दर्शन करने गए थे. पंजाब में ये त्योहार बहुत ही उत्साह और उल्लास के साथ मनाया जाता है. लेकिन इस साल के जश्न का नतीजा दुर्भाग्यपूर्ण परिणाम लेकर आया. कई श्रद्धालु गुरुद्वारा पंजा साहिब के दर्शन से अमृतसर के नजदीक वाघा बॉर्ड से भारत लौटने के बाद कोरोना पॉजिटिव पाए गए. सिविल सर्जन चरणजीत सिंह के मुताबिक पंजाब के 200 श्रद्धालुओं में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है.


करीब 200 सिख श्रद्धालुओं में कोरोना संक्रमण की पुष्टि


उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि कुछ श्रद्धालुओं ने संक्रमण की पुष्टि के बाद स्वास्थ्य कर्मियों के साथ बहस की. श्रद्धालुओं ने संक्रमण की पुष्टि होने के बाद रिपोर्ट यह कहते हुए फाड़ दी कि पाकिस्तान जाने से पहले उनकी जांच रिपोर्ट ठीक आई थी. सिंह ने कहा कि कुछ श्रद्धालु आधिकारिक दस्तावेज ले गए और उन्होंने अटारी सीमा पर स्वास्थ्य कर्मियों को अपने काउंटर छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया. बैसाखी के अवसर पर 810 श्रद्धालुओं का जत्था 12 अप्रैल को पाकिस्तान गया था.


पाकिस्तान की धार्मिक यात्रा के बाद भारत में पॉजिटिव


ये श्रद्धालु शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) की तरफ से धार्मिक यात्रा पर भेजे गए थे. सिंह ने बताया कि जिन श्रद्धालुओं में संक्रमण की पुष्टि हुई है उन्हें घरों में आइसोलेशन में रहने के लिए कहा गया है क्योंकि इस प्रकार के मरीजों को सरकारी स्तर पर कोई विशेष प्रतिष्ठान संचालित नहीं हैं. एसजीपीसी की अध्यक्ष बीबी जागीर कौर ने कहा, "अगर उनमें से किसी श्रद्धालु को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत महसूस हुई, तो उसे एसजीपीसी द्वारा संचालित अस्पताल में निशुल्क उपचार मुहैया कराया जाएगा. 


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