(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Nobel Prize 2024: केमिस्ट्री में नोबेल पुरस्कार का ऐलान, इस बार इन तीन वैज्ञानिकों को मिला अवॉर्ड, जानें 10 बड़ी बातें
Nobel Prize in Chemistry 2024: केमिस्ट्री में 2024 का नोबेल पुरस्कार डेविड बेकर, डेमिस हसबिस और जॉन एम. जम्पर को दिया गया.
2024 Nobel Prize in Chemistry Winner: 2024 के रसायन विज्ञान के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार विजेताओं का ऐलान कर दिया गया है. रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने इसकी घोषणा की है कि केमिस्ट्री में 2024 का नोबेल पुरस्कार डेविड बेकर, डेमिस हसाबिस और जॉन एम. जम्पर को दिया जाएगा. बेकर को 'कम्प्यूटेशनल प्रोटीन डिजाइन के लिए' के लिए पुरस्कार मिला है. तो वहीं, डेमिस हसाबिस और जॉन जम्पर को 'प्रोटीन स्ट्रंक्चर की भविष्यवाणी' के लिए चुना गया है.
रसायन विज्ञान में 2024 का नोबेल पुरस्कार प्रोटीन को लेकर है, जो जीवन के सरल केमिकल टूल में से एक है. एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि रसायन विज्ञान के पुरस्कार विजेता डेविड बेकर ने पूरी तरह से नए प्रकार के प्रोटीन बनाने की लगभग असंभव उपलब्धि हासिल की है. उनके सह-पुरस्कार विजेता डेमिस हसबिस और जॉन जम्पर ने 50 साल पुरानी समस्या को हल करने के लिए एक एआई मॉडल डेवलप किया है. साथ ही प्रोटीन की कॉम्प्लेक्स स्ट्रक्चर को लेकर भविष्यवाणी किया है. बयान में कहा गया है कि इन रिसर्च में अपार संभावनाएं हैं.
कौन हैं डेविड बेकर?
डेविड बेकर का जन्म 1962 में सिएटल में हुआ था. उन्होंने 1989 में कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, यूएसए से पीएचडी पूरी की. वे सिएटल में वाशिंगटन विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं. वहीं, बेकर यूनाइटेड स्टेट्स नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज के मेंबर हैं और वाशिंगटन विश्वविद्यालय के प्रोटीन डिजाइन संस्थान के डायरेक्टर हैं. उन्होंने एक दर्जन से अधिक बायोटेक्नोलॉजी कंपनियों की सह-स्थापना की है जिसके बाद उन्हें 2024 में स्वास्थ्य के क्षेत्र में 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की टाइम पत्रिका की उद्घाटन सूची में शामिल किया गया था.
कौन हैं डेमिस हसबिस और जॉन जंपर?
डेमिस हसबिस का जन्म 1976 में लंदन में हुआ था. हसबिस ने 2009 में यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन, यूके से पीएचडी की. वह डीपमाइंड और आइसोमॉर्फिक लैब्स के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर और को- फाउंडर हैं, और यूके सरकार के एआई सलाहकार हैं. वहीं, 1985 में यूएसए में जन्मे जॉन जम्पर ने शिकागो विश्वविद्यालय से अपनी पीएचडी पूरी की. वह लंदन, यूके में Google DeepMind में एक वरिष्ठ शोध वैज्ञानिक हैं.
जानें इन विजेताओं के बारे में 10 बड़ी बातें
1. 2003 में, डेविड बेकर ने इन ब्लॉकों का उपयोग करके एक नया प्रोटीन डिज़ाइन करने में सफलता हासील की जो किसी भी अन्य प्रोटीन से अलग था,
2. डेविड के रिसर्च ग्रुप्स ने एक के बाद एक इमेजिनेटिव प्रोटीन डेवलप किए हैं, जिनमें ऐसे प्रोटीन शामिल हैं जिनका उपयोग फार्मास्यूटिकल्स, वैक्सीन, नैनोमटेरियल और छोटे सेंसर के रूप में किया जा सकता है.
3. डेमिस हसबिस ने अल्फाफोल्ड पर अपने काम के लिए कई प्रतिष्ठित पुरस्कार जीते हैं, जिनमें ब्रेकथ्रू पुरस्कार, कनाडा गेर्डनर इंटरनेशनल अवार्ड और लास्कर अवार्ड शामिल हैं.
4. डेमिस को 2017 में CBE नियुक्त किया गया और टाइम 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में शामिल किया गया. 2024 में उन्हें AI की सेवाओं के लिए नाइट की उपाधि दी गई.
5. डेमिस लंदन, यूके में Google DeepMind में एक वरिष्ठ शोध वैज्ञानिक हैं.
6. जम्पर और उनके टीम ने Amino Acid Sequence से प्रोटीन स्ट्रंक्चर की भविष्यवाणी करने के लिए एक (AI) मॉडल अल्फाफोल्ड बनाया.
7. जम्पर ने रसायन विज्ञान में 2024 का नोबेल पुरस्कार जीता. जम्पर ने कहा है कि अल्फाफोल्ड टीम 100 मिलियन प्रोटीन संरचनाएं जारी करने की योजना बना रही है.
8. 2020 में डेमिस हसबिस और जॉन जम्पर ने अल्फाफोल्ड2 नामक एक AI मॉडल बनाया. इसकी मदद से, वे रिसर्चरों द्वारा पहचाने गए, लगभग सभी 200 मिलियन प्रोटीन की स्ट्रंक्चर की भविष्यवाणी करने में सक्षम हैं.
9. अल्फाफोल्ड2 का उपयोग 190 देशों के दो मिलियन से अधिक लोगों द्वारा किया गया है.
10. जम्पर को वैज्ञानिक पत्रिका नेचर ने 2021 में नेचर के TOP 10 की अपनी एनुअल लिस्टिंग में विज्ञान में दस "महत्वपूर्ण लोगों" में से एक के रूप में शामिल किया.
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