(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
कांगों में उग्रवादियों का खूनी तांडव, 22 लोगों को मौत के घाट उतारा, बेबस दिखी यूएन शांति सेनाएं
दक्षिण अफ्रीकी महाद्वीपीय देश कांगों में उग्रवादियोंं ने 22 लोगों को मार दिया. कांगो में यूएन शांति सेनाओं और सरकार के बीच सालों से चले आ रहे इस सम्मेलन की वजह से ऐसा हुआ.
Violance In Congo: दक्षिण अफ्रीकी महाद्वीप के देश कांगों में एक बार उग्रवादियों ने खून की होली खेली. उन्होंने शनिवार(18 मार्च) को पूर्वी इटूरी और उत्तरी किवु में किए गए सिलसिलेवार हमलों में कम से कम 22 लोगों की हत्या कर दी. बरसों से कांगों में जमीं यूएन की शांति सेनाओं को इस बारे में भनक तक नहीं लगी.
बीते कई सालों में कांगो और यूएन की सेनाओं के बीच चले आ रहे इस संघर्ष में ऐसा पहली बार हुआ है जब उग्रवादियों ने इतने बड़े हमले को अंजाम दिया.
कुल कितने लोगों की हुई है मौत?
स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों की मानें तो, इटुरी प्रांत के कई गांवों में शनिवार को एक साथ हुई छापेमारी में कम से कम 12 लोग मारे गए. स्थानीय अधिकारियों और नागरिक समाज के नेताओं ने इस पूरे विवाद पर कोडेको समूह को दोषी ठहराया है. उनके मुताबिक यह वह उग्रवादी लड़ाके हैं जिन्होंने घने जंगलों वाले पूरे क्षेत्र को अस्थिर कर दिया है.
इलाके के स्थानीय प्रशासन कर्नल जैक्स डिसानोआ ने रायटर्स को बताया कि शांतिपूर्ण ढंग से रहने की कई अपीलों के बावजूद CODECO मिलिशिया कमजोर लोगों को निशाना बना रहे हैं. महगी के पास के दूसरे स्थानीय सैन्य प्रशासक कर्नल एलेन किवेवा के मुताबिक उत्तरी किवु के माउंट क्याविरिमु के नगुली गांव में आतंकियों ने 10 अन्य लोगों की भी हत्या कर दी और तीन लोगों का अपहरण कर लिया.
कांगो की सरकार ने 2021 में देश के विशाल खनिज-समृद्ध पूर्व में बड़े पैमाने पर मिलिशिया हिंसा को रोकने के प्रयास में उत्तरी किवु और इटुरी में घेराबंदी की स्थिति घोषित की लेकिन हत्याएं और विद्रोही गतिविधियां कम होने का कोई संकेत नहीं दिखा पा रही हैं. उत्तरी किवु के एक कार्यकर्ता डेल्फिन मालेकानी ने कहा, जब हम घेराबंदी में होते हैं, तब भी दुश्मन हमें हर दिन आश्चर्यचकित कर देता है.