Israel Attack Hezbollah: इजरायल की सेना लेबनान सीमा के अंदर जाकर हिजबुल्लाह के ठिकानों को निशाना बना रही है. एपी की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल एक बड़े अभियान की योजना के तहत लेबनान की सीमा पर छोटे और सटीक हमले कर रहा है. बीते दिनों इजरायल ने लेबनान में एयर स्ट्राइक कर हसन नसरल्लाह समेत हिजबुल्लाह के 7 कमांडरों को मार गिराया है.


इसकी शुरुआत पेजर और वॉकी-टॉकी ब्लास्ट से हुई, जिसमें हिजबुल्लाह के कई लड़ाके ढेर हुए थे. लेबनान पेजर ब्लास्ट मामले पूरी दुनिया को चौंका दिया था, लेकिन जहां बात इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद और सुरक्षा एजेंसी शिन बेट की आती है तो ये सब बहुत आसान सा लगने लगता है. आइए जानते हैं कि लेबनान पेजर ब्लास्ट मामले से 28 साल पहले शिन बेट ने कैसे एक आतंकी को मोटोरोला के मोबाइल के जरिए मौत दे दी थी.


PLO के बम एक्सपर्ट को बनाया था निशाना


यूरेशियन टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायली सुरक्षा एजेंसी शिन बेट ने 28 साल पहले फिलिस्तीन लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन (PLO) के बम एक्सपर्ट याह्या अयाश को वांटेड लिस्ट में सबसे ऊपर रखा था. 5 जनवरी 1996 को बस में सफर करने के दौरान याह्या अयाश ने अपने पिता को फोन मिलाया.


इस सफर के दौरान 'आप कैसे हैं पापा?', उस आतंकी के आखिरी शब्द बन गए थे. पीएलओ के बम एक्सपर्ट के चेहरे पर ही उसका मोटोरोला फोन फट गया था और उसकी मौत हो गई थी. उसको ये मोटोरोला फोन उसकी यूनिवर्सिटी के एक दोस्त ओसामा हरनद ने दिया था.


फोन में कैसे फिट किया बारूद, जानकर चौंक जाएंगे


रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ओसामा के चाचा कमाल हरनद शिन बेट को खुफिया जानकारी मुहैया कराते थे. उन्होंने इस फोन में धमाका करने वाली चिप लगाई थी. एक छोटा इजरायली जहाज इस बस के ऊपर उड़ रहा था. इसी से फोन में छिपे बम को ट्रिगर किया गया था. माना जाता है कि ये हमला इस बात को बताने के लिए किया गया था कि इजरायल अपने किसी भी दुश्मन को नहीं छोड़ता है. 


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