Attack On US Troops: अमेरिका ने कहा है कि सीरिया सीमा के पास जॉर्डन में तैनात उसके सैनिकों पर ड्रोन से हमला हुआ, जिसमें तीन सैनिक मारे गए और कई घायल हो गए. मीडिया रिपोर्ट्स में अमेरिका के दो दर्जन से ज्यादा सैनिकों के घायल होने की बात कही जा रही है.


अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस घटना पर दुख जताया है और कहा है हमला ईरान समर्थित आतंकवादी समूहों की ओर से किया गया. उन्होंने यह भी कहा है कि हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाएगा. 


पिछले साल अक्टूबर में गाजा में इजरायल और हमास के बीच युद्ध की शुरुआत के बाद से यह पहली बार है कि मध्य पूर्व में अमेरिकी सैनिक ऐसे हमले में मारे गए हैं. यूएस सेंट्रल कमांड ने कहा कि हमले में सीरियाई सीमा के पास पूर्वोत्तर जॉर्डन में टावर 22 नामक बेस को निशाना बनाया गया.


जॉर्डन सरकार के प्रवक्ता बोले- हमारी धरती पर नहीं हुआ हमला


टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक, जॉर्डन सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि हमला जॉर्डन की धरती पर नहीं, बल्कि सीरिया में हुआ था. मुहन्नद अल मुबैदीन (Muhannad al Mubaidin) ने जॉर्डन के सार्वजनिक प्रसारक अल-ममलका टेलीविजन (al-Mamlaka Television) को बताया कि हमले ने सीरिया में अमेरिकी अल-तनफ अड्डे को निशाना बनाया था.


अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने क्या कहा?


अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के आधिकारिक X हैंडल से रविवार (28 जनवरी) को एक पोस्ट में कहा गया, ''पिछली रात सीरिया सीमा के पास पूर्वोत्तर जॉर्डन में तैनात हमारे बलों पर एक मानवरहित हवाई ड्रोन हमले के दौरान तीन अमेरिकी सेवा सदस्य मारे गए और कई घायल हो गए. जिल और मैं इस घृणित और पूरी तरह से अन्यायपूर्ण हमले में इन योद्धाओं की मृत्यु पर शोक व्यक्त करने में हमारे शहीदों के परिवारों और दोस्तों के साथ शामिल हैं.''


उन्होंने कहा, ''इसमें कोई संदेह नहीं है- हम उन सभी जिम्मेदार लोगों को एक समय और अपनी इच्छानुसार तरीके से जवाबदेह ठहराएंगे.'' वहीं, व्हाइट हाउस की ओर से जारी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बयान में कहा गया, ''...हम अभी भी इस हमले के तथ्य जुटा रहे हैं, हम जानते हैं कि इसे सीरिया और इराक में सक्रिय ईरान समर्थित कट्टरपंथी आतंकवादी समूहों की ओर से अंजाम दिया गया.''


कितने अमेरिकी सैनिक हुए घायल?


शुरुआती अनुमान से पता चला है कि 25 सैनिक घायल हुए हैं. एक अमेरिकी अधिकारी ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि संभावित दिमागी चोटों के लिए लगभग 34 अमेरिकी सैनिकों की निगरानी की जा रही है, जो एक बड़े विस्फोट के बाद एक सामान्य घटना है.


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