अमेरिका में किए गए एक अध्ययन के अनुसार कोविड-19 से संक्रमित 30 प्रतिशत लोग "लॉन्ग कोविड" से पीड़ित पाए गए हैं. "लॉन्ग कोविड" ऐसी स्थिति को कहते हैं, जब सार्स-सीओवी-2 संक्रमण के लक्षण प्रारंभिक चरण के बाद महीनों तक बने रहते हैं. अमेरिका में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, लॉस एंजिलिस के शोधकर्ताओं ने पाया कि उच्च "बॉडी मास इंडेक्स" वाले मरीज जो पहले भी अस्पताल में भर्ती हुए थे या डायबिटीज से पीड़ित थे, उनके "लॉन्ग कोविड" से पीड़ित होने की अधिक आशंका थी.


जर्नल ऑफ जनरल इंटरनल मेडिसिन में प्रकाशित हुई रिसर्च


यह अध्ययन जर्नल ऑफ जनरल इंटरनल मेडिसिन में प्रकाशित हुआ है. इसमें पाया गया कि जातीय, बुढ़ापा और सामाजिक आर्थिक दर्जा इस स्थिति से जुड़ा हुआ नहीं था, हालांकि ऐसी विशेषताओं को गंभीर बीमारी और कोविड से मृत्यु के अधिक जोखिम से जोड़ा गया है.


"लॉन्ग कोविड" से पीड़ित 309 लोगों का अध्ययन किया गया और अस्पताल में भर्ती मरीजों में सबसे लगातार लक्षण थकान और सांस की तकलीफ (क्रमशः 31 प्रतिशत और 15 प्रतिशत) आदि थी जबकि बाहरी मरीजों में गंध महसूस करने में कमी का लक्षण 16 प्रतिशत था.


लॉन्ग कोविड का किया जा रहा आकलन


विश्वविद्यालय में स्वास्थ्य विज्ञान के सहायक प्रोफेसर सन यू ने एक बयान में कहा कि सिंगल हेल्थ सिस्टम में नतीजों का अध्ययन चिकित्सा देखभाल की गुणवत्ता में भिन्नता को कम कर सकता है. रिसर्चर सर्वाधिक प्रभावी उपचार विकसित करने के लिए डेमोग्राफिक्स और क्लिनिकल विशेषताओं के साथ "लॉन्ग कोविड" के जुड़ाव का आकलन करना चाहते थे.


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