यूक्रेन में भीषण युद्ध (Russia-Ukraine War) के बीच बड़ी खबर आई है. सेवेरोडोनेट्स्क (Severodonetsk) एज़ोट एसोसिएशन रासायनिक संयंत्र पर रूसी ने हमला कर दिया है.  मॉस्को समर्थित लुहान्स्क पीपुल्स रिपब्लिक (LPR) के एक प्रतिनिधि ने दावा किया है कि इस रासायनिक संयंत्र के क्षेत्र में लगभग 300-400 यूक्रेनी सैनिक अभी भी फंसे हुए हैं. रूसी समर्थित अलगाववादियों के दूत रोडियन मिरोशनिक ने टेलीग्राम पर बताया कि रूसी गोलाबारी के कारण रासायनिक संयंत्र में शरण लेने वाले 500 नागरिक भी फंस गए हैं.


पुतिन की सेना ने यूक्रेनी सैनिकों पर बनाई मजबूत पकड़


रोडियन मिरोशनिक ने दावा किया कि पुतिन की सेना ने अब यूक्रेनी सैनिकों पर अपनी पकड़ मजबूत बना ली है. हालांकि रूसी सेना वहां फंसे नागरिकों को निकालने के लिए तैयारी कर रही है. मिरोशनिक के मुताबिक, यूक्रेनी सैनिकों ने बंधकों के साथ लिसिचन्स्क शहर के लिए एक सुरक्षित रास्ता देने की मांग की है. रूसी सेना ने कहा है कि  उन्हें संयंत्र छोड़ने की अनुमति तबतक नहीं दी जाएगी, जब तक कि वह रूसी सेना के सामने आत्मसमर्पण नहीं करते. फंसे हुए यूक्रेनी सैनिक रासायनिक संयंत्र के पहले गेटहाउस के पास स्थित हैं. मिरोशनिक ने बताया कि 500 नागरिक भी यहीं फंसे हो सकते हैं.


इस बीच, लुहान्स्क क्षेत्र के गवर्नर सेरही हैडाई ने दावा किया कि सेवेरोडनेत्स्क में एज़ोट रासायनिक संयंत्र अभी भी यूक्रेन के नियंत्रण में है. उन्होंने रूसी समर्थित अलगाववादियों के दावों का खंडन किया और मिरोशनिक पर झूठ बोलने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि प्लांट की नाकाबंदी के बारे में जानकारी झूठी है. हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि रूसी सैनिकों ने घंटों तक संयंत्र पर गोलाबारी की, जिसके बाद वहां आग लग गई.


रोजाना मारे जा रहे 200 यूक्रेनी सैनिक


रूस के खिलाफ हो रहे युद्ध में हर एक दिन 200 यूक्रेनी सैनिक मारे जा रहे है. इसकी जानकारी यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के एक सहयोगी ने दी. बीबीसी ने शुक्रवार को बताया कि सहयोगी मायखायलो पोडोलीक के अनुसार, सैकड़ों यूक्रेनी सैनिक लगातार बमबारी कर रहे हैं, क्योंकि रूसी सेना पूरे पूर्वी डोनबास क्षेत्र पर नियंत्रण करने के लिए आगे बढ़ रही है. पोडोलीक ने कहा कि यूक्रेन को अभी भी पश्चिमी तोपखाने की आवश्यकता है.


बीबीसी ने सहयोगी के हवाले से कहा, तोपखाने की हमारी मांग किसी प्रकार की सनक नहीं है, बल्कि युद्ध के मैदान की स्थिति के लिए एक उद्देश्य की आवश्यकता है. पोडोलीक ने इस बात पर भी जोर दिया कि कीव और मॉस्को के बीच शांति वार्ता फिर से शुरू हो सकती है, अगर रूस कब्जे किए गए क्षेत्रों को मुक्त कर दें. इस बीच, रूसी सेना ने अपना हमला पूर्वी शहर सेवेरोडनेत्स्क पर तेज कर दिया है.


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