पाकिस्तान के कराची में 20 फरवरी से लेकर 9 अप्रैल तक यानि 49 दिनों में 3265 लाशें पहुंची हैं. ये खुलासा शहर के प्रशासन के आंकडों से हुआ है. हालांकि इसको लेकर कोई ऑफिशियन बयान सामने नहीं आया है कि ये मौतें कोरोना वायरस के कारण हुई हैं या फिर प्राकृतिक हैं.


आपको बता दें कि शहर में कोरोना का प्रकोप बढ़ता जा रहा है और अस्पतालों में कोरोना के मरीजों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है.


कराची मेट्रोपोलिटन कॉरपोरेशन के मुताबिक पिछले 49 दिनों में 181 शव सी-1 कब्रिस्तान में, 4 शव हाजी मोरीद गोठ कब्रिस्तान में, 76 यासीनाबाद कब्रिस्तान में, 273 सखी हसन कब्रिस्तान में, 30 शव अल नूर कब्रिस्तान में, 681 शव मोहम्मद शाह कब्रिस्तान में, 59 शव घासदर बाबा कब्रिस्तान में और 430 शव सिद्दीकाबाद कब्रिस्तान में दफनाए गए.


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इसी तरह पश्चिमी शहर में 155 शव सलीमाबाद कब्रिस्तान में, 140 शव अल-फतेह कब्रिस्तान में, 19 गाजियाबाद कब्रिस्तान में, 54 शव जन्नातुल बाकी कब्रिस्तान में, 31 शव गुलशन ए जिया कब्रिस्तान में, 5 शव याकूबाबाद कब्रिस्तान में, 44 शव गुलशन ए बहार कब्रिस्तान में, 91 शव इब्राहिम अली भाई कब्रिस्तान में, 25 शव तोहारनी गोठ में और 79 शव मच्छ गोठ में दफनाए गए.


पूर्वी शहर में 128 शव मंगोठ कब्रिस्तान में और 14 शव PECHS कब्रिस्तान में दफनाए गए. मालिर कब्रिस्तान में 93 शव सऊदाबाद कब्रिस्तान में, 160 मॉडल कॉलोनी में, 5 शव कॉलोनी गेट कब्रिस्तान में, 15 शव हैदर शाह कब्रिस्तान में, 2 मासूम शाह कब्रिस्तान में, 49 शव मालोमादाद राबी गोठ कब्रिस्तान में और 62 इस्माइल गोठ कब्रिस्तान में दफनाए गए.


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कोरांगी में 190 शव चक्रगोठ कब्रिस्तान में, 15 कोरांगी कब्रिस्तान में और 152 अजीमपुरा कब्रिस्तान में दफनाए गए.


आपको बता दें कि कराची सरकारी अस्पतालों से मिली जानकारी के मुताबिक 10,791 पेशेंट 2020 के पहले तीन महीनों में इमरजेंसी में लाए गए थे. हालांकि ये साफ नहीं है कि इनमें से कितने केस कोरोना वायरस के थे.


पाकिस्तान में कोरोना की जांच की संख्या बहुत कम है जिसके कारण साफ तौर पर ये माना जा रहा है कि इनमें से काफी केस कोरोना वायरस के हो सकते हैं. हाल ही में सिंध इलाके से भी जिस तरह की खबरें सामने आ रही हैं उनसे भी साफ है कि पाकिस्तान से सही आंकडे सामने नहीं आ पा रहे हैं.