Syria News: सीरिया में फिर से हिंसक झड़पें शुरू हो गई हैं. ये हिंसक झड़पें पूर्व राष्ट्रपति बशर अल असद के समर्थकों और अंतरिम राष्ट्रपति अबू मोहम्मद अल जुलानी सरकार के HTS सुरक्षाबलों के बीच हुई हैं. इसमें अभी तक 48 लोगों की मौत हो गई है. 


2024 दिसंबर में बशर अल असद को सत्ता से हटाए के समय हुए बवाल के बाद ये सबसे हिंसक झड़प है. ये संघर्ष लताकिया प्रांत के जबलेह शहर और आसपास के गांवों में हुआ है. 


आम नागरिकों की भी हुई मौत


न्यू अरब की रिपोर्ट के अनुसार, अभी तक सीरिया में 48 लोगों की मौत हो गई हैं, जिसमें जुलानी सरकार के 16 सुरक्षाकर्मी हैं. वहीं 28 असद समर्थक लड़ाके मारे गए हैं, जबकि चार आम नागरिकों की भी जान गई है. यह संघर्ष तब शुरू हुआ, जब कुछ छिटपुट घटनाओं के बाद असद समर्थकों ने सुरक्षा चौकियों पर हमला किया. इस हमले में 16 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई थी. इसके बाद जवाबी कार्रवाई में  सुरक्षाबलों ने हेलीकॉप्टर और तोपों से असद समर्थकों को निशाना बनाया. 


कई इलाकों में लगाया गया कर्फ्यू


हिंसा के बाद लताकिया, टार्टस और होम्स में कर्फ्यू लगा दिया गया है. यहां परअलावी समुदाय की संख्या काफी है. बशर अल असद भी इसी समुदाय से आते हैं. बीते साल दिसंबर में जुलानी के नेतृत्व में हयात तहरीर अल शाम (HTS) ने दमिश्क पर कब्जा करते हुए असद को सत्ता से बेदखल कर दिया था. नई सरकार इसके बाद से असद समर्थकों के खिलाफ अभियान चला रही है, जिस वजह से तनाव बना हुआ है.


लताकिया के सुरक्षा अधिकारी ने जारी किया बयान


बैरोन की रिपोर्ट के अनुसार,लताकिया में सुरक्षा अधिकारी मुस्तफा कनीफाती ने कहा कि असद मिलिशिया के कई समूहों ने एक सुनियोजित और पूर्वनियोजित हमले में हमारे ठिकानों और चौकियों पर हमला किया और जबलेह क्षेत्र में हमारे कई गश्ती दलों को निशाना बनाया. उन्होंने कहा कि हमलों के परिणामस्वरूप "हमारे कई सैनिक शहीद हुए और घायल हुए. हालांकि उन्होंने कोई आंकड़ा नहीं दिया.