Global Slavery Index: पूरी दुनिया में अब 200 से ज्यादा स्वतंत्र देश हैं. मगर, क्या आप जानते हैं कि कई देश ऐसे हैं, जहां लोग आज भी आजादी (Independency) के लिए तरस रहे हैं. उन देशों में लोगों पर हुकूमत ने या कट्टरपंथी संगठनों ने अनेक पाबंदियां थोपी हुई हैं. एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले पांच सालों में आधुनिक गुलामी (Modern Slavery) में रहने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ी है.
उत्तर कोरिया, इरीट्रिया और मॉरिटानिया में आधुनिक गुलामी का प्रचलन सबसे अधिक है. लंदन में बुधवार, (24 मई) की एक स्टडी में यह सामने आया है कि हाल के वर्षों में आधुनिक गुलामी के शिकार लोगों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है. वॉक फ्री (Walk Free) फाउंडेशन नाम के एक मानवाधिकार संगठन ने आधुनिक गुलामी का इंडेक्स जारी किया था.
5 करोड़ लोग आधुनिक गुलामी के शिकार
वॉक फ्री द्वारा जारी ग्लोबल स्लेवरी इंडेक्स के अनुसार, 2021 में लगभग 5 करोड़ लोग "आधुनिक गुलामी" में रह रहे थे. पांच साल पहले के पिछले अनुमान से इस आंकड़े में अब ऐसे 1 करोड़ लोगों के बढ़ जाने के अनुमान है. ताजा सूचकांक के मुताबिक, उत्तर कोरिया, इरीट्रिया और मॉरिटानिया में दुनिया में आधुनिक दासता की दर सबसे अधिक है.
अफ्रीकी देश लीबिया में यौन गुलामी
वॉक फ्री की रिपोर्ट ने 5 साल पहले अपने पिछले सर्वेक्षण के बाद से वैश्विक स्तर पर "बिगड़ती" स्थिति का उल्लेख किया है. कुछ साल पहले यूनाइटेड नेशंस को, अफ्रीकी देश लीबिया में यातना और यौन गुलामी के सबूत मिले थे. इस तरह की गुलामी के कई कारण हैं, लेकिन अन्य कारकों के बीच बढ़ते और जटिल सशस्त्र संघर्षों, पर्यावरणीय मुद्दों और कोरोना महामारी के व्यापक प्रभाव की पृष्ठभूमि में ये स्थिति बदतर होती जा रही है.
आधुनिक गुलामी क्या है?
आधुनिक गुलामी या आधुनिक दासता को वॉक फ्री मानवाधिकार संगठन "जबरन श्रम, कर्ज देकर चंगुल में फंसाने, जबरन विवाह, दासता और गुलामी जैसी प्रथाओं और मानव तस्करी सहित विशिष्ट कानूनी अवधारणाओं के रूप में वर्णित करता है. वॉक फ्री के मुताबिक, "आधुनिक दासता प्रत्यक्ष रूप से छिपी हुई है और दुनिया के हर कोने में लोगों की जिंदगी के साथ गहराई से जुड़ी हुई है. जिसमें हर दिन, लोगों को बरगलाया जाता है, मजबूर किया जाता है, या शोषणकारी स्थितियों में इस तरह मजबूर किया जाता है जिसे वे नकार या छोड़ नहीं सकते."
सबसे ज्यादा गुलामी कहां होती है?
शोध रिपोर्ट के मुताबिक, आधुनिक गुलामी में 2.76 करोड़ लोग जबरन श्रम करते हैं, जबकि 2.2 करोड़ लोग जबरन शादी के शिकार हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तर कोरिया (प्रति 1,000 लोगों में से 104.6 लोग), इरिट्रिया (90.3) और मॉरिटानिया (32) में आधुनिक गुलामी के शिकार लोगों की संख्या सबसे अधिक है. इन देशों के अलावा सऊदी अरब, तुर्किये, यूएई और कुवैत भी टॉप-10 देशों में शामिल हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, "ये देश अपनी कुछ राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक विशेषताओं को भी साझा करते हैं, जिनमें नागरिक स्वतंत्रता और मानवाधिकारों के लिए सीमित सुरक्षा शामिल है."
रिपोर्ट में कहा गया है कि कई देशों में, सरकारें अपने नागरिकों को विभिन्न क्षेत्रों में, निजी जेलों में, या जबरन भरती के माध्यम से काम करने के लिए मजबूर करती हैं. इनके अलावा काफी लोग ऐसे भी हैं जिनका G-20 देशों में भी शोषण होता है.
गुलामी की जद में भारत के 1.1 करोड़ लोग
रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 1.1 करोड़, चीन में 50 लाख और रूस में 18 लाख लोग शोषित हैं.
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