नई दिल्ली: बिल गेट्स का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं. 28 अक्टूबर, 1955 को वाशिंगटन में जन्मे बिल ने वर्ष 1975 में पाल एलन के साथ मिलकर साफ्टवेयर कम्पनी माइक्रोसॉफ्ट की स्थापना की.


तब कौन जानता था कि यह देखते ही देखते दुनिया की सबसे बड़ी साफ्टवेयर कंपनी बन जाएगी और गेट्स पर्सनल कंप्यूटर के क्षेत्र में क्रान्ति के अग्रदूत बनेंगे. उनकी तरक्की की रफ्तार का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 32 साल पूरे होने के पहले ही 1987 में उनका नाम अरबपतियों की फ़ोर्ब्स की सूची में आ गया और कई साल तक वह इस सूची में पहले स्थान पर रहे.


बिल गेट्स 30 मिलियन डॉलर में खरीदी थी एक किताब


अथाह धन होने के बावजूद बेहद सामान्य और सहज जीवन बिताने वाले बिल गेट्स अपनी कमाई का एक बड़ा हिस्सा धर्मार्थ कार्यों व समाज सुधार पर खर्च करते हैं. उन्होंने दो किताबें भी लिखीं हैं, द रोड अहेड और बिजनेस @ स्पीड ऑफ़ थॉट्स. बिल गेट्स ने एक किताब पर 30 मिलियन डॉलर खर्च किये है. ये किताब लियोनोर्डो दा विंसी की थी, इस किताब का नाम था कोडेक्स लिसेस्टर. माना जा सकता है कि ये दुनिया की एकलौती किताब होगी जो इतने महंगे दामों में बिकी है. इस किताब में 72 पेज थे और लियोनार्डो ने सन्न 1506 से 1510 के बीच लिखा था.


आपको बता दें, बिल गेट्स एक बार गिरफ्तार भी हो चुके है. न्यू मेक्सिकों में वो बिना लाइसेंस के कार चला रहें थे जब उन्हें गिरफ्तार किया गया.


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