9/11 Terrorist Attack: जब आतंकियों ने विमानों को 'मिसाइल' बना दहलाया अमेरिका, जानिए 9/11 हमले वाले दिन क्या-क्या हुआ
9/11 Attack on US: अमेरिका पर हुए सितंबर 2001 के आतंकी हमले को 22 साल पूरे हो गए हैं. आइए जानते हैं कि आखिर हमले वाले दिन क्या-क्या हुआ.
US 9/11 Attack: अमेरिका के इतिहास में 11 सितंबर, 2001 की तारीख एक काले अध्याय के तौर पर दर्ज है. इस दिन अमेरिका ने अपने इतिहास के सबसे खराब आतंकी हमले को झेला. हजारों की संख्या में लोगों ने जान गंवाई. इसने अमेरिका को ऐसा घाव दिया, जिसके इलाज के लिए उसने दुनियाभर में आतंक के खात्मे के लिए सैन्य ऑपरेशन चलाया. आज 9/11 हमलों को 22 साल पूरे हो गए हैं. इस हमले ने पूरी दुनिया में सनसनी फैला दी थी.
अमेरिका की पहचान दुनिया के सबसे सुरक्षित मुल्क के तौर होती है. मगर जब आतंकवादियों ने अमेरिकी विमानों को हाईजैक कर उन्हें न्यूयॉर्क के ट्विन टावर से क्रैश करवाया, तब उसकी सुरक्षा पर सवालिया घेरा बन गया. ये आतंकी हमला अमेरिका ही नहीं, बल्कि दुनिया के 100 सालों के सबसे खतरनाक हमलों में से एक माना जाता है. आइए जानते हैं कि आखिर 9/11 हमले वाले दिन क्या-क्या हुआ और किस तरह आतंकियों ने अपने नापाक मंसूबों को अंजाम दिया.
किन जगहों को बनाया गया निशाना?
अमेरिका में 9 सितंबर को अलकायदा के 19 आतंकवादियों ने चार विमानों को हाइजैक कर लिया. इसके बाद उन्होंने विमानों को किसी मिसाइल की तरह इस्तेमाल कर न्यूयॉर्क और वाशिंगटन डीसी में दो प्रमुख इमारतों को निशाना बनाया. सबसे पहले आतंकियों ने न्यूयॉर्क में स्थित वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ट्विन टॉवर को निशाना बनाया. पहला विमान स्थानीय समय के मुताबिक सुबह 8.46 बजे नॉर्थ टॉवर से टकराया. फिर 17 मिनट बाद 9.03 बजे दूसरा विमान साउथ टॉवर से क्रैश हुआ.
विमानों की टक्कर से दोनों इमारतें आग का गोला बन गईं. न्यूयॉर्क समेत पूरे अमेरिका में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया. न्यूयॉर्क में तो जैसे मातम ही पसर गया. दुनिया इस हमले से अचंभे में थी. विमानों के टक्कर की वजह से इमारत के ऊपरी हिस्से में लोग फंस गए. शहर के ऊपर से काला धुंआ उठता हुआ दिखाई दे रहा था. दो घंटे बाद 110 मंजिला दोनों टॉवर जमींदोज हो गए और धुएं का एक गुबार उठा. इसके मलबे में दबकर सैकड़ों की संख्या में लोगों की जान चली गई.
अभी लोग ट्विन टॉवर पर हुए हमले से उबर ही रहे थे कि खबर आई कि अमेरिकी रक्षा मंत्रालय का मुख्यालय पेंटागन भी आतंकियों के निशाने पर आ गया है. आतंकियों के जरिए हाइजैक किया गया तीसरा विमान सुबह 9.37 बजे पेंटागन के पश्चिमी हिस्से से जा टकराया. फिर लगभग आधे घंटे बाद चौथा विमान पेंसिल्वेनिया के एक खेत में सुबह 10.03 बजे क्रैश हुआ. आतंकी इस विमान के जरिए अमेरिकी संसद को निशाना बनाना चाहते थे, लेकिन वो कामयाब नहीं हो पाए.
कितने लोगों की हुई मौत?
अमेरिका पर हुए इस आतंकी हमले में कुल मिलाकर 2977 लोगों ने जान गंवाई. मरने वालों में ज्यादातर लोग न्यूयॉर्क के रहने वाले थे. चारों विमानों में कुल मिलाकर 246 लोग और क्रू मेंबर्स शामिल थे, जिनकी इस हमले में जान चली गई. ट्विन टावर हुए हमले में 2606 लोगों की मौत हुई, जबकि पेंटागन पर हुए हमले में 125 लोग मारे गए. इस हमले में हजारों की संख्या में लोग घायल हुए. उनमें से ज्यादातर को बाद में जहरीले मलबे की वजह से कई तरह की बीमारियां भी हो गईं.
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