9/11 Terrorist Attack: अमेरिका पर हुए 9/11 आतंकी हमले को 22 साल पूरे हो गए हैं. आज ही के दिन 11 सितंबर, 2001 को अमेरिका में चार विमानों को हाइजैक कर आतंकी हमले को अंजाम दिया गया. 22 साल बाद भी 9/11 हमलों की यादों को लोग अपने मन से भुला नहीं पाए हैं. अमेरिका ने अपने इतिहास में इस तरह का कभी भी कोई आतंकी हमला नहीं झेला था. इस हमले ने अमेरिका समेत पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया था.
अलकायदा के आतंकियों के जरिए किए गए इस हमले में 3000 के करीब लोगों ने अपनी जान गंवाई थी. आतंकियों ने सबसे पहले न्यूयॉर्क के वर्ल्ट ट्रेड सेंटर के ट्विन टॉवर से दो विमान क्रैश करवाए. फिर अमेरिका के रक्षा मंत्रालय के पेंटागन पर विमान क्रैश करवाया गया. चौथे विमान के जरिए किया गया हमला नाकामयाब रहा, क्योंकि वो विमान पेंसिल्वेनिया के एक खेत में जाकर क्रैश हो गया. आइए आज आपको इस हमले से जुड़े कुछ फैक्ट्स बताते हैं.
- आतंकी संगठन अलकायदा के मुखिया ओसामा बिन लादेन ने इस हमले को फंड किया था. उसने ही इस पूरे हमले के लिए प्लान तैयार किया था. ओसामा सऊदी अरब का नागरिक था, जो अफगानिस्तान में छिपा हुआ था.
- अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA ने राष्ट्रपति बिल क्लिंटन को 4 दिसंबर, 1998 को अपने डेली ब्रीफ में आतंकी हमले को लेकर एक प्रमुख जानकारी दी थी. CIA ने क्लिंटन को बताया था कि लादेन विमानों को हाइजैक कर हमला कर सकता है.
- वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर पहले भी हमला किया गया था. 26 फरवरी, 1993 को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के पास पार्क की गई एक गाड़ी में धमाका हुआ था, जिसमें छह लोगों की मौत हो गई थी, जबकि सैकड़ों लोग घायल हुए.
- अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन को 9/11 से पहले कई बार ढेर करने की कोशिश की. मगर सैन्य अधिकारियों का कहना था कि वह अफगानिस्तान के जनजातीय नेताओं पर अभी निर्भर हैं, इसलिए वहां जाकर ओसामा को नहीं मारा जा सकता है.
- वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ट्विन टावर पर हुए हमले के बाद लगी आग 99 दिनों तक जलती रही थी. 11 सितंबर को हुए हमले की आग 19 सितंबर, 2001 को जाकर बुझी. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि हमला कितना खतरनाक था.
- यूनाइटेड एयरलाइंस के विमान में सवार दो वर्षीय क्रिस्टिन हैनसन सबसे युवा यात्री थी. इस विमान को आतंकियों ने हाइजैक कर हमले को अंजाम दिया था.
- हमले के बाद न्यूयॉर्क सिटी फायर डिपार्टमेंट के 343 अग्निशामकों की मौत हो गई. ये डिपार्टमेंट के 100 साल के इतिहास में ड्यूटी पर होने वाली मौतों का लगभग आधा था.
- अमेरिका पर हुए आतंकी हमले के बाद 48 देशों में 11 दिसंबर 2001 को शोक कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी गई. इस हमले में 77 देशों के नागरिकों ने भी जान गंवाई थी.
- वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर 11 सितंबर को हुए हमले के बाद बड़ी मात्रा में मलबा इकट्ठा हुआ था. सेंटर से लगभग 18 लाख टन मलबे को साफ करने और हटाने में 9 महीने का वक्त लग गया.
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