कराची: पाकिस्तान में शुक्रवार को हुए विमान हादसे में नौ बच्चों समेत 97 लोगों की मौत हो गई और दो लोग चमत्कारिक ढंग से बच गए. सेना ने शनिवार को इसकी जानकारी दी. पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) का एक यात्री विमान शुक्रवार को यहां जिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पास घनी आबादी वाले रिहाइशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था.


लाहौर से आ रहा विमान पीके-8303 शुक्रवार दोपहर कराची के जिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उतरने से कुछ मिनट पहले मालिर में मॉडल कॉलोनी के निकट जिन्ना गार्डन में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस दौरान जमीन पर मौजूद 11 लोग भी घायल हो गए. राहत एवं बचाव कार्य की अगुवाई कर रही पाकिस्तानी सेना ने कहा कि 97 शव बरामद कर लिए गए हैं और दो यात्री इस दुर्घटना में जीवित बच गए हैं.


सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने ट्वीट किया, 'सेना के तलाश एवं बचाव दल, सैनिकों, रेंजरों और सामाजिक कल्याण संगठनों द्वारा बचाव अभियान जारी है. 97 शव मिले हैं और दो यात्री जीवित हैं. प्रभावित हुए 25 घरों के मलबे को हटाया गया है, उनमें रह रहे लोगों को नगर प्रशासन की मदद से विभिन्न स्थानों पर ठहराया गया है.'


सिंध की स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि 66 शवों को जिन्ना पोस्टग्रेजुएट मेडिकल सेंटर (जेपीएमसी) भेजा गया है और 31 को सिविल हॉस्पिटल कराची (सीएचके) भेजा गया है. एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने खबर दी है कि अब तक कुल 19 शवों की पहचान कर ली गई है. बता दें कि राष्ट्रीय विमानन कंपनी के एयरबस ए320 विमान में 91 यात्री और चालक दल के आठ सदस्य सवार थे.


पाकिस्तानी समाचार चैनल जियो न्यूज ने खबर दी कि पीआईए द्वारा हादसे के बाद जारी की गई सूची के मुताबिक विमान में 51 पुरुष, 31 महिलाएं और नौ बच्चे सवार थे. हालांकि चालक दल के सदस्यों के ब्योरे अब भी पता नहीं चल सका है. सिंध की स्वास्थ्य मंत्री की मीडिया समन्वयक मीरान यूसुफ ने बताया कि अधिकतर महिलाएं घायल हुई हैं क्योंकि हादसे के वक्त जुमे की नमाज का समय था. उन्होंने कहा कि सभी घायल निवासियों की स्थिति स्थिर बनी हुई है.


सिंध की स्वास्थ्य मंत्री अजरा पेचुहो ने बताया कि हादसे में दो लोग बचे हैं जिनमें बैंक ऑफ पंजाब के अध्यक्ष जफर मसूद भी शामिल हैं. तीसरा व्यक्ति जिसे विमान सवार जीवित व्यक्ति माना जा रहा था, वह बाद में उस इलाके की निवासी निकली जहां विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था. पाकिस्तानी के डॉन न्यूज की खबर के मुताबिक वह उन 11 लोगों में शामिल थी जो उस रिहायशी इलाके के निवासी हैं जहां विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ.


इस बीच, पाकिस्तान एयरलाइन्स के पायलट्स एसोसिएशन (पालपा) ने हादसे की विस्तृत जांच की मांग की है लेकिन विमानों का परिचालन जारी रखने की प्रतिबद्धता भी जताई है. संगठन के महासचिव कैप्टन इमरान नरेजो ने कहा, 'हम पूर्व में जिस तरीके से जांच होती रही है उसे स्वीकार नहीं करेंगे और पालपा को शामिल किए बिना घटना की किसी भी जांच को नहीं मानेंगे.'


संगठन ने जांच में अंतरराष्ट्रीय नागर विमानन संगठन और एयरलाइन पायलट संगठन के अंतरराष्ट्रीय संघ जैसे निकायों को शामिल करने का आह्वान किया. पीआईए के एक अधिकारी के मुताबिक, कैप्टन ने हवाई यातायात नियंत्रण टावर को सूचित किया था कि उसे विमान के लैंडिंग गियर में कुछ गड़बड़ी लग रही है और इसके बाद विमान रडार से गायब हो गया. दुर्घटना के कारण की पुष्टि होना अभी बाकी है.


पीआईए के मुख्य कार्यकारी एयर वाइस मार्शल अरशद मलिक ने कहा कि पायलट ने यातायात नियंत्रक को बताया था कि वह कुछ 'तकनीकी मुश्किलों' का अनुभव कर रहा है. उन्होंने कहा, 'दुर्घटना के असली कारण का पता जांच के बाद चलेगा जो स्वतंत्र व निष्पक्ष होगी तथा यह मीडिया को उपलब्ध कराई जाएगी.'


उन्होंने कहा कि इसमें दो से तीन दिन का वक्त लगेगा. पाकिस्तान ने दुर्घटना की वजह का पता लगाने के लिए चार सदस्यीय जांच बोर्ड का गठन किया है. सरकार के विमानन मंडल द्वारा जारी एक आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार बोर्ड को जल्द से जल्द जांच पूरी करने के लिए कहा गया है. नागर विमानन प्राधिकरण (सीआईए) ने कोविड-19 के कारण लगाई हवाई यात्रा पर पाबंदियों को करीब एक हफ्ते पहले ही हटाया था जिसके बाद यह विमान लाहौर से कराची की उड़ान पर था.


यह भी पढ़ेंः

घर वापसी के लिए मुंबई में मजदूरों की भारी भीड़

ताजा आंकड़े: देश में पिछले 24 घंटों में सबसे ज्यादा 6654 नए मामले सामने आए, अबतक 3720 लोगों की मौत