Farmer killed 125 Of Crocodiles : थाईलैंड से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसने सभी को हिला कर रख दिया है. यहां एक किसान के द्वारा 100 से अधिक लुप्तप्राय मगरमच्छों को मारने का मामला सामने आया है. जिस किसी ने भी ये खबर सुनी है, उसके होश उड़ गए हैं. इतने सारे मगरमच्छों को मारने की वजह से उस किसान की काफी आलोचना की जा रही है. हालांकि मामला जैसा दिख रहा है, वैसा है नहीं. ये पूरा मामला नॉर्थ थाईलैंड के लाम्फुन इलाके का है. जहां पर ये किसान एक मगरमच्छ पालक है और मगरमच्छों का फार्म चलाता है. थाईलैंड इस मगरमच्छ पालक को ‘क्रोकोडाइल एक्स’ के नाम से जाना जाता है.


असल में क्या है पूरा मामला


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 37 साल के किसान एक मगरमच्छ पालक हैं और लाम्फुन में मगरमच्छों का फॉर्म चलाते हैं. जानकारी के मुताबिक किसान को मजबूरी और लोगों की सुरक्षा के लिए 100 से ज्यादा लुप्तप्राय मगरमच्छों को मारना पड़ा, मारने के पीछे की वजह तूफान टाइफून यागी को बताया जा रहा है. किसान के मुताबिक तूफान की वजह से मगरमच्छों के बाड़े को नुकसान पहुंचा था और ऐसे में इन मगरमच्छों के भागने का डर था और अगर ऐसा होता तो आसपास में रहने वाले लोगों के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी हो जाती. इसी वजह से मगरमच्छों को मारना पड़ा.


किसान ने बताया कि उन्होंने मगरमच्छों के लिए नया बाड़ा खोजने की बहुत कोशिश की. लेकिन कोई भी जगह इतनी बड़ी या सुरक्षित नहीं थी कि उन मगरमच्छों को रखा जा सके. किसान के पास जो साइमीज मगरमच्छ थे उनमें से कुछ तो  4 मीटर (13 फीट) तक लंबे थे. सही जगह न मिलने की वजह से किसान ने  22 सितंबर को 125 मगरमच्छों को करंट लगाकर मार डाला.


थाईलैंड में बड़े पैमाने पर होता है मगरमच्छ पालन


थाईलैंड में मगरमच्छ पालन बड़े पैमाने पर होता है. इस बात का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि यहां पर करीब 1,100 रजिस्टर्ड मगरमच्छ फॉर्म हैं. इन फॉर्म से हर साल 1.5 करोड़ डॉलर (करीब 1,700 करोड़ रुपये) की मोटी कमाई होती है. वहीं अगर हम साइमीज मगरमच्छ की बात करें तो ये प्रजाति लुप्त होने की कगार पर है. लेकिन इसके बावजुद थाईलैंड में इस मगरमच्छ की खूब खरीद-बिक्री होती है.


बता दें कि साइमीज मगरमच्छ लुप्तप्राय प्रजाति है मगर थाईलैंड में इस मगरमच्छ की खूब खरीद-बिक्री होती है. इस मगरमच्छ का पालन-पोषण भी काफ़ी होता है. थाईलैंड में मगरमच्छ पालन एक फायदे का सौदा है. यहां करीब 1,100 रजिस्टर्ड मगरमच्छ फॉर्म हैं, जहां से हर साल 21.5 करोड़ डॉलर (करीब 1,700 करोड़ रुपये) की कमाई होती है. ये मगरमच्छ कभी पूरे दक्षिण पूर्वी एशिया में पाए जाते थे. लेकिन शिकार और बड़े पैमाने पर पालन-पोषण की वजह से साइमीज मगरमच्छों की आबादी काफी कम हो गई है.


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