यूक्रेन-रूस के बीच जंग के एलान के बाद यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों में खौफ का माहौल पैदा हो गया. जिसके बाद बड़ी संख्या में छात्र आज सुबह कीव में भारतीय दूतावास के बाहर इकट्ठा हो गए. सूत्रों के मुताबिक सभी को दूतावास परिसर में रखा नहीं जा सकता, जिसके बाद दूतावास के नजदीक एक सुरक्षित परिसर में छात्रों को भेजा गया. सूत्रों के मुताबिक दूतावास के बाहर फिलहाल कोई भारतीय नहीं फंसा है. कीव में जमीनी स्थिति को देखते हुए इस पूरी प्रक्रिया में कुछ समय लगा. नए छात्रों के आने पर उन्हें सुरक्षित परिसर में ले जाया जा रहा है. दूतावास यूक्रेन में छात्रों सहित भारतीय नागरिकों की सहायता करना जारी रखे हुए है.
यूक्रेन में भारत के राजदूत पार्थ सत्पथी ने कहा कि यूक्रेन में हमारा दूतावास खुला है और लगातार काम कर रहा है. युद्ध के चलते एयर स्पेस बंद कर दिया गया है, जिसके चलते स्पेशल फ्लाइट प्रभावित हुई हैं. इस स्थिति में मेरी यहां यूक्रेन में सभी भारतीय नागरिकों से अपील है कि आप जहां हैं, वहीं रहें. यूक्रेन से भारतीयों को निकालने पर हंगरी में भारतीय दूतावास ने कहा कि हम हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए हंगरी सरकार के साथ काम कर रहे हैं.
यूक्रेन पर रूस के हमले के मद्देनजर विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत इस पूर्वी यूरोपीय देश में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए वैकल्पिक व्यवस्था कर रहा है क्योंकि वहां के वायु क्षेत्र को बंद कर दिया गया है. यूक्रेन में फंसे भारतीयों के प्रियजनों के चिंता जताये जाने पर, मुरलीधरन ने कहा कि केंद्र सरकार वहां फंसे देश के छात्रों सहित 18,000 भारतीयों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करेगी और उनसे कीव में भारतीय दूतावास के निर्देशों का अनुपालन करने को कहेगी. मंत्री ने कहा, ‘‘दहशत में आने की जरूरत नहीं है...यूक्रेन में फंसे भारतीयों की वापसी के लिए एक वैकल्पिक योजना बनाई जा रही है. हम अन्य रास्ते तलाश रहे हैं क्योंकि उस देश का वायु क्षेत्र बंद कर दिया गया है. ’’
उन्होंने कहा कि मिशन का ब्योरा शीघ्र ही उपलब्ध कराया जाएगा. एअर इंडिया एक विमान, जो यू्क्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए बृहस्पतिवार सुबह कीव रवाना हुआ था, वह दिन में वापस लौट आया, क्योंकि रूसी हमले के चलते वहां का वायु क्षेत्र बंद कर दिया गया है. मंत्री का यह बयान, यूक्रेन से भारतीयों को समय रहते वापस नहीं लाने को लेकर विपक्ष द्वारा केंद्र की आलोचना के बीच भी आई है. विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाया है कि जब इसके नागरिक मुश्किल में हैं तब इसने अपना मुंह मोड़ लिया है.
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